उपायुक्त डा०आदित्य दहिया ने कहा कि बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से पाने के लिए सकारात्मक सोच अपनाना जरूरी है और पोजिटिव रहकर कार्य किया जाए तो संसाधनों और सुविधाओं की कमी भी लक्ष्य प्राप्त करने में बाधा नहीं बन सकती।
डीसी वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में सर्व शिक्षा अभियान द्वारा आयोजित स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2017 के तहत मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चयनित राजकीय स्कूलों के जिला स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
उन्होंने पुरस्कार विजेता राजकीय स्कूलों के प्राध्यापकों को बधाई दी और उन्हें सम्बोधित करते हुए कहा कि निजि स्कूलों की अपेक्षा राजकीय स्कूलों में संसाधन जुटाने में कुछ चुनौतियों का सामना अवश्य करना पड़ता है,लेकिन वर्तमान सरकार शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए बेहतर प्रयास कर रही है और इसके लिए केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। आज का यह कार्यक्रम इसी बात को प्रमाणित करता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी शिक्षा में सुधार के प्रति बेहद गंभीर है,इसके लिए राज्य सरकार द्वारा सक्षम हरियाणा कार्यक्रम चलाया गया है,जिसके तहत स्कूल के सभी विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम में निपुण होना आवश्यक है। इस प्रकार के कार्यक्रमों को सफल बनाने में स्कूल स्टाफ की भागीदारी अहम है।
इस मौके पर उपस्थित अतिरिक्त उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि स्वच्छता का पाठ हमारी शिक्षा का अहम हिस्सा है। आस-पास स्वच्छता रखने से हमारी कार्यकुशलता में वृद्धि होती है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जन आंदोलन का रूप दिया है,जिसके फलस्वरूप स्वच्छता विषय पर पूरे देश में विभिन्न प्रकार के आयोजन हो रहे है। स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार भी इन्हीं आयोजनों का भाग है। इसका उद्देश्य स्कूली बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाना है ताकि वे भी अपने आस-पास व अपने शरीर को स्वच्छ रखें।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सरोज बाला गुर ने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भविष्य में भी राजकीय स्कूल इसी प्रकार सरकार के सभी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते रहेंगे और आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम में आये हुए अतिथियों का स्वागत सर्व शिक्षा अभियान के डीपीसी बिजेन्द्र सिंह नरवाल ने किया। इस मौके पर सभी खंड शिक्षा अधिकारियों सहित विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य तथा स्कूल स्टाफ उपस्थित था।
इन श्रेणियों में किया गया स्कूलों का चयन।
मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जिले में गत दिसम्बर 2017 में राजकीय स्कूलों में जिला स्तरीय अवार्ड तथा सब श्रेणी अवार्ड के लिए सर्वे किया गया। सर्वे के तहत बच्चों में स्वच्छ पानी पीने, शौचालय का सही प्रयोग करने, साबुन से हाथ धोने, संचालन एवं रख-रखाव तथा व्यवहार परिवर्तन व क्षमता निर्माण जैसी आदतों का मूल्याकंन करते हुए जिले के आठ स्कूलों को जिला स्तरीय अवार्ड तथा सब श्रेणी पुरस्कार के तहत 28 पुरस्कार वितरित किये गए। सर्वे में पांच स्टार मिलने पर पांच स्कूलों को भी सम्मानित किया गया।
स्कूलों को मिला सभी श्रेणियों में पांच स्टार मिलने पर पुरस्कार
जीएसएसएस खानपुर, जीएसएसएस जुंडला, जीपीएस अनाज मंडी तरावड़ी, जीएसएसएस भादसों और जीपीएस नन्हेड़ा को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
स्कूलों को मिला ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जिला स्तरीय अवार्ड
ग्रामीण क्षेत्रों में जीएसएसएस खानपुर, जीएचएस भौजी खालसा, जीएसएसएस जुंडला, जीएसएसएस भादसों, जीपीएस डाबरथला तथा जीपीएस नन्हेड़ा को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में जीजीएसएसएस असंध, जीपीएस अनाजमंडी तरावड़ी को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कैटेगरी में इन स्कूलों को किया गया सम्मानित
जीएचएस भौजी खालसा, जीएसएसएस चिढ़ाव, जीपीएस ब्रिचपुर, जीजीएसएसएस गोंदर, जीएसएसएस जुंडला, जीपीएस डाबरथला, जीएसएसएस नीलोखेड़ी, जीपीएस बुढनपुर खालसा, जीएसएसएस पुंडरक, जीएमएस सेक्टर-6, जीपीएस सलारपुर, जीएचएस कम्बोपुरा, जीपीएस मुगलमाजरा, डीएवी सेंचुरी पब्लिक स्कूल, जीपीएस हैबतपुर, जीपीएस अनाजमंडी तरावड़ीी, जीपीएस गोबिंदगढ़, जीपीएस पंजोखरा, जीपीएस भादसों,जीपीएस नन्हेड़ा को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।