हरियाणा के मुुख्य सचिव दीपेन्द्र सिंह ढेसी ने आज नगर निगम करनाल का औचक निरीक्षण कर स्मार्ट सिटी व अम्रुत जैसे बड़े-बड़े प्रोजेक्ट के स्टेटस को लेकर निगम आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के साथ समीक्षा की। विकास सदन में हुई समीक्षा के दौरान निगम के मुख्य अभियंता अनिल मेहता भी उपस्थित रहे।
आयुक्त ने मुख्य सचिव को अवगत करवाया कि स्मार्ट सिटी को लेकर पी.एम.सी. की नियुक्ति के बाद एरिया बेस डव्ल्पमेंट यानि ए.बी.डी. के तहत मुगल कैनाल को विकसित करने के लिए डी.पी.आर. बनाई जाएगी। पैन सिटी के तहत पेयजल सप्लाई के लिए स्मार्ट मीटरिंग जैसे कार्य होंगे। उन्होने बताया कि दूसरी ओर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पहले सेे ही कुछ कार्य शुरू कर दिए गए थे, जैसे क्लॉक टावर स्थित पुराने निगम कार्यालय पर बहुमंजिला ईमारत बनाना है। कर्णताल पार्क में संगीतमीय फव्वारे का कार्य पूरा हो चुका है। कर्ण पार्क में भी म्यूजिकल फाउन्टेन और ओपन एयर थियेटर का कार्य प्रगति पर है। इसी प्रकार पुराने पुलिस लाईन स्थल पर ऑडिटॉरियम भी निर्माणाधीन है।
आयुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 200 करोड़ रूपये की राशि भारत सरकार से और इतनी ही राशि हरियाणा सरकार से प्राप्त होनी है। यह राशि प्राप्त हो जाने के बाद शहर में करीब 400 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे। उन्होने बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत करीब अढाई किलोमीटर स्मार्ट रोड़ बनाई गई हैं। इसी प्रकार स्मार्ट मोबाईल एप्लीकेशन बनाने के लिए निगम द्वारा वर्क ऑडर किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त निगम द्वारा विभिन्न सरकारी स्कूलों में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत 10 स्मार्ट क्लास रूम बनाए जाने के कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, उम्मीद है कि अगले सप्ताह इसका वर्क ऑडर कर दिया जाएगा।
बता दें कि बीती 23 जून को तीसरे राउण्ड में करनाल को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किए जाने के बाद एक अगस्त 2017 को स्पैशल पर्पस व्हीकल का गठन हो गया था। शहरी निकाय विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव आनन्द मोहन शरण एस.पी.वी. के चेयरमेन बनाए गए। इसके पश्चात केन्द्रीय आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय के उप सचिव योगेन्द्र एस. अवाना करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के निदेशक बने।
स्मार्ट सिटी का कुल प्रोजेक्ट 1211 करोड़ रूपये का है। इसमें 58 प्रोजेक्ट्स पर कार्य किया जाएगा। इनमें से 2 करोड़ 55 लाख रूपये की कर्णताल पार्क व सिटी बस सर्विस की दो परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि 23 करोड़ 75 लाख रूपये की, सी.सी.टी.वी. कैमरा व स्मार्ट एप जैसी पांच परियोजनाएं क्रिन्यांवित की गई हैं। इसके अतिरिक्त 60 लाख रूपये की स्मार्ट क्लास बनाने की परियोजना की टैण्डरिंग प्रक्रिया चल रही है, जबकि 1 हजार 184 करोड़ रूपये के 50 प्रोजेक्ट्स की डी.पी.आर., पी.एम.सी. की नियुक्ति के बाद तैयार होगी।
मुख्य सचिव ने अम्रुत यानि अटल मिशन फॉर रिजूविनेशन एंड अर्बन ट्रांसफोरमेशन के तहत करनाल अर्बन में स्ट्रोम वाटर निकासी तथा सीवरेज लाईन बिछाए जाने के कार्यों की भी समीक्षा की। आयुक्त ने बताया कि इन दोनो कार्यों पर काम शुरू हो चुका है।