करनाल/दीपाली धीमान : पुलिस अधीक्षक करनाल मोहित हाण्डा के दिशा निर्देशों अनुसार आज दिनांक 20.10.2024 को जुण्डला चौंकी प्रभारी उप निरीक्षक विनोद कुमार द्वारा अपनी टीम के साथ क्षेत्र के लोगों के बीच में पहुंचकर उन्हें धान के अवशेष न जलाने के लिए जागरूक किया गया।
उन्होंने लोगों से कहा कि पराली जलाने से बहुत अधिक मात्रा में वायु प्रदूषित होती है, जिसका हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। उन्होंने वैज्ञानिक ढ़ंग से लोगों को बताया कि एक एकड़ धान के खेत से लगभग 2.5 टन पराली निकलती है, जिसे जलाने पर वातावरण में एक टन कार्बनिक कार्बन और कई प्रदूषक निकलते हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
उन्होंने किसानों से कहा कि फसल अवशेषों को जलाने से मिट्टी की सतह का तापमान इतना अधिक बढ़ जाता है कि मिट्टी की पैदावार शक्ति बढ़ाने वाले अधिकांश जीव मर जाते हैं, जो मिट्टी की उपरी परत में पोषक तत्व परिवर्तन में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी किसान खेतों में फसल अवशेष जलाने की बजाए इनको अपनी आय का स्त्रोत बनाएं, इस संबंध में प्रशासन द्वारा भी सख्त आदेश जारी किए गए हैं और जो व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना कर पराली जलाने का प्रयास करेगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। विनोद कुमार ने लोगों से कहा कि हालही में प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए गए हैं।