करनाल/दीपाली धीमान : प्रधान रमेश गुप्ता ने कि रविवार को श्री राम वनवास का मंचन किया गया महासचिव प्रभात गुप्ता ने बताया कि मुख्य सेवक अग्रवाल सेवा संस्था के प्रधान सुशील कुमार गोयल एवं अग्रवाल सभा सैक्टर 7 के प्रधान हरीश अग्रवाल और उनके सभी सदस्य मौजूद रहे।
सभा के मुख्य निर्देशक श्री रामकिशन गुप्ता ने 72 वर्ष की उम्र में राजा दशरथ का किरदार निभाया जिस पर दर्शकों भरपूर तालियां बजाई और उनके अभिनय को सराहा मुख्य निर्देशक रामकिशन गुप्ता एवं निर्देशक अनिल गुप्ता ने बताया कि मंचन के चौथे दिन राम वनवास का मंचन किया गया। जिसमें राजा दशरथ रामकिशन गुप्ता, श्रीराम अभिषेक शर्मा, लक्ष्मण अतुल बंसल, माता सीता देव गुप्ता,कोशल्या रिंकू वर्मा, कैकई का किरदार रविन्द्र बंसल, ने किरदार निभाया।
मंच संचालक योगेश गोयल, कोषाध्यक्ष मनोज गोयल, विनोद गुप्ता, अनिल गुप्ता, प्रवीण दाबड़ा, शिवम शर्मा, सतबीर चौधरी, बृजभूषण गुप्ता, सुमित, अंकित दाबड़ा, सरल यादव, अनिल शर्मा, दीपक गुप्ता, चंदन गर्ग व पंकज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
श्री रामायण पाठक सभा के चेयरमैन नरेश गुप्ता ने बताया कि मंचन के दौरान दर्शाया गया है कि राजा दशरथ दर्पण में अपना मुख देखते हैं और अपने चेहरे पर सफेद बाल देखकर उनके मन में वैराग्य उत्पन्न हुआ जिसका जिक्र उन्होंने अपने गुरु श्री वशिष्ठ जी से किया तब मुनिवर ने उन्हें परामर्श दिया कि श्रीराम को युवराज की पदवी देखकर आप स्वयं संन्यास धारण करें।
राजा दशरथ राम को राजा बनाने की घोषणा करवाते हैं जिससे घबराकर सभी देवताओं में माता सरस्वती की आराधना करते हैं माता के प्रकट होने पर देवताओं ने माता से प्रार्थना की अगर श्रीराम राजा बन जाएंगे तो राक्षसों और अधर्मियों का नाश कैसे होगा माता सरस्वती ने देवताओं को आश्वासन दिया कि मैं कैकई की दासी मंथरा की जीभ पर बैठकर कैकई के द्वारा श्री राम को वनों में भिजवाऊंगी महारानी कैकई ने मंथरा की बातों में आकर महाराज दशरथ से अपने दो वरदान मांग लिए पहले वरदान में भारत को अयोध्या का राजा और दूसरे वरदान में राम को 14 वर्षों का वनवास पिता का वचन रखने के लिए श्री राम लक्ष्मण और माता सीता वन को चले जाते हैं।