करनाल/कीर्ति कथूरिया : नशा मुक्त भारत अभियान के तहत प्रबंधक थाना यातायात निरीक्षक सुरेश कुमार आज अपनी टीम के साथ ट्रक युनियन सै0-04 करनाल में पहुंचे और वहां पर मौजुद सभी ट्रक चालकों को नशे के अवगुणों के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि किस प्रकार नशा व्यक्ति के दिमाग व शरीर को प्रभावित करता है और नशे की लत के कारण कैसे वह शक्तिहीन हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कोई भी वाहन चालक जब अपने वाहन को लेकर सड़क पर आता है तो अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा का दायित्व भी उसपर होता है और ऐसे में यदि वह नशा करके वाहन चलाता है तो वह दूर्घटना को निमंत्रण देता है और ऐसा करने से वाहन चालक अपने साथ-साथ सड़क पर चलने वाले अन्य सभी के लिए भी जान व माल का खतरा उत्पन्न करता है।
उन्होंने कहा कि अपनी डयुटी के दौरान उन्होंने बहुत से सड़क हादसे देखे हैं जो वाहन चालकों के नशा करके वाहन चलाने के कारण होते हैं और ऐसे हादसों में न जाने कितनी जिंदगीयां निगल ली हैं, कितने ही परिवार बेसहारा हो गए हैं। अंत में उन्होंने कहा कि स्वयं को व अपने परिवार को इस पीड़ा से बचाने के लिए और देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाने के लिए यह शपथ लें कि नशे से आजीवन दूर रहेगें।
निरीक्षक राजेश लता ने कहा नशा एक श्राप है, पाप है, हमारे समाज के लिए अभिशाप है:-
आज दिनांक 20.06.2024 को करनाल पुलिस की काउंसलिंग सेल इन्चार्ज महिला निरीक्षक राजेश लता ने धागा फैक्ट्री घरौंडा, गांव गढ़ी मुल्तान और पनोड़ी रोड़ घरौंडा में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत आमजन व श्रमिकों को जागरूक किया गया।
धागा फैक्ट्री घरौंडा में श्रमिकों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि एक श्रमिक व्यक्ति पूरा दिन महनत करके मुश्किल से अपने परिवार का पेट भर पाता है और ऐसे में यदि वह नशे का आदि हो जाए तो उसका परिवार भी दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हो जाता है। उसके बच्चे या तो भूख से बिलखते रहते हैं या छोटी उमर में शिक्षा व ज्ञान के अभाव के कारण अपराध का रास्ता अपना लेते हैं। नशा करने वाला समाज में घृणा का पात्र बन जाता है, हर कोई उसका तिरस्कार करने लगता है, कोई ऐसे व्यक्ति को अपने साथ स्थान नहीं देना चाहता।
उन्होंने कहा नशा करने वाले व्यक्ति को जल्द ही तनाव, अवसाद, सिरदर्द, माइग्रेन, कैंसर जैसी अनेकों गंभीर बिमारीयां अपनी जकड़ में ले लेती हैं, इन सबके अलावा किडनी व फेफड़ों पर नशे का सीधा असर होता है, हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। उन्होंने कहा कि नशा जीवन के लिए एक श्राप है, पाप है, हमारे समाज के लिए एक अभिशाप है, इसलिए नशे को त्याग कर जीवन को सुखी बनाएं व सरलता एवं सुगमता से अपना कार्य करते हुए देश की उन्नति व तरक्की में भागीदार बनें।