करनाल/कीर्ति कथूरिया : पुलिस अधीक्षक करनाल दीपक सहारन भा.पु.से. के निर्देशों अनुसार आज जिला पुलिस करनाल की थाना साइबर क्राइम टीम द्वारा लोगों को साईबर अपराधों के प्रति जागरूक किया गया।
साइबर टीम से लवकेश कुमार ने लोगों को बताया कि साइबर अपराध वे अपराध हैं, जिनमें एक अपराधी व्यक्ति आनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के लिए उसकी निजी जानकारी चुरा कर उसे सोशल मिडिया पर उसकी इच्छा के विरूद्व सांझा कर दे या किसी व्यक्ति की जानकारी प्राप्त कर उसे आर्थिक हानि पहुंचाना आदि शामिल हैं।
उन्होंनें बताया कि साइबर अपराधों से बचाव का सबसे बड़ा उपाय जागरूकता है, हम केवल जागरूक होकर ही स्वयं को व समाज को साइबर अपराधों से सुरक्षित रख सकते हैं। साइबर अपराधी कई बार कोई रिश्तेदार या मित्र बनकर फोन करते हैं व अपनी मजबुरी बताकर आर्थिक सहायता मांगते हैं।
कई बार बैंककर्मी बनकर काल करते हैं और आपके फोन पर मैसेज में आए ओ.टी.पी. को जानने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा आपके सोशल मिडिया अकांडट पर बड़े-बड़े प्रलोभन भेजकर आपको फसाने का काम करते हैं या आपके सोशल मिडिया अकाउंट पर सरल से टास्क भेजकर, जिन्हें आप आसानी से पूरा कर सको के माध्यम से लालच देकर आपके साथ साइबर क्राइम के लिए जाल बुनते हैं। उन्होंनें बताया कि आपको ऐसे आनलाइन प्रलोभनों या टास्क पूरे करने से बचना चाहिए।
इसके अलावा उनके साथी मनदीप सिंह, साईबर थाना ने वहां पर उपस्थित सभी लोगों को सोशल मिडिया पर अपनी निजी जानकारीयां जैसे…… पैन नंबर, आधार नंबर, ओ.टी.पी. या बैंक अकाउंट डिटेल आदि को सांझा न करने की सलाह दी।
इसके अलावा उनके द्वारा लोगों को साइबर हैल्पलाइन नंबर 1930 के संबंध में भी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया कि यदि उनके साथ कोई साईबर फ्राड हो जाता है तो किस प्रकार से वे लोग साईबर हैल्पलाइन नंबर 1930 पर काल करके अपनी शिकायत आनलाइन रजिस्ट्रड कर सकते हैं और उनके अकाउंट से चुराई गई राशि को भी वापिस प्राप्त कर सकते हैं।