डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने प्रवेश के समय गेट पर कॉलेज विद्यार्थियों के आई कार्ड जांचे। इसी दौरान प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने दोपहिया वाहनों पर आने वाले विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करते हुए हेलमेट का प्रयोग करने के निर्देश दिए। इसी के साथ जो विद्यार्थी साथ हेलमेट लेकर आए थे, लेकिन उन्होंने हेलमेट नहीं पहन रखा था। प्राचार्य ने उन्हें हेलमेट पहनने के बाद ही कॉलेज में जाने दिया। जागरूकता के लिए उन्होंने कई विद्यार्थियों को खुद हेलमेट पहनाया। विद्यार्थियों के आईकार्ड चैक करने और हेलमेट पहनने के बाद कॉलेज में प्रवेश दिया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को घर से कॉलेज आते वक्त और कॉलेज से वापिसी के समय रास्ते में हेलमेट के प्रयोग करने की बात कही। जानकारी देते हुए प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने कहा कि आज के समय में अधिकतर लोग हेलमेट का प्रयोग नहीं करते। जिस कारण देश में अधिकतर सड़क हादसों में मौतें हेलमेट न पहनने की वजह से हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि कई लोग हेलमेट पहनने में शर्म्र महसूस करते हैं और उसे पहनने की बजाए हाथ में लेकर चलते है। जोकि गलत है। उन्होंने कहा कि हमेशा दोपहिया वाहन चलाते समय वाहन चालकों को हेलमेट जरूर पहनना चाहिए। विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि आज के बाद जो विद्यार्थी दोपहिया वाहन पर कॉलेज आएगा, अगर वह बिना हेलमेट के होगा तो उसे कॉलेज में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। ज्ञात रहें कि प्राचार्य नियमित रूप से सुबह साढ़े 8 बजे गेट के पास खड़े होकर खुद सभी विद्यार्थियों की जांच करते हैं। ताकि बाहरी युवक कॉलेज में प्रवेश न कर सकें।उन्होंने कॉलेज के प्राध्यापकों को भी इस बारे विद्यार्थियों को जागरूक करने के निर्देश दिए। ताकि सड़क हादसों में कमी आ सके। प्राचार्य ने कहा कि विद्यार्थी किसी भी राष्ट्र के कर्णधार होते हैं। इसलिए इनकी सुरक्षा हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय भी रेडियो और टेलीविजन पर विज्ञापन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है और आम नागरिकों से अपील भी करता है कि वह दोपहिया वाहन पर हेलमेट का प्रयोग करें। उन्होंने सभी से सड़क सुरक्षा नियमों की पालना करने का भी आह्वान किया।