करनाल/कीर्ति कथूरिया : महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के कुलपति सुधीर राजपाल एवं विस्तार शिक्षा निदेशक प्रो. रमेश कुमार गोयल के निर्देशानुसार गांव अंजनथली में किसान जसपाल सिंह के खेतों पर ड्रोन प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रदर्शन कार्यक्रम में गांव के किसानों ने काफी संख्या में भाग लिया। ड्रोन प्रदर्शन का समन्वयन डॉ. युवराज, सहायक प्रो. गोपीनाथ कसाल द्वारा किया गया।
विस्तार शिक्षा निदेशक प्रो. रमेश कुमार गोयल ने कहा कि ड्रोन प्रदर्शन में किसानों को कृषि प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति से परिचित कराया गया। प्रदर्शन में किसानों के सामने ड्रोन की फसलों पर सटीक और सटीकता से छिड़काव करने की क्षमता भी प्रदर्शित की गई।
उन्होंने कहा कि लक्षित छिड़काव प्रणालियों से लैस, ड्रोन केवल जहां आवश्यक हो, उर्वरक, कीटनाशक ओर शाकानाशी लागू कर सकते है। ड्रोन से छिड़काव करने पर पर्यावरणीय प्रभाव को कम कर सकते है ओर संसाधन उपयोग को अनुकूलित कर सकते है।
किसानों ने ड्रोन विशेषज्ञ डॉ. युवराज से ड्रोन से छिड़काव के बारे में कई प्रश्न पूछे, ड्रोन से उन्हें किस प्रकार से लाभ हो सकता हैं, क्या दवाइयां फसलों पर बराबर-बराबर छिड़काव होने की संभावना कितने प्रतिशत रहती हैं आदि।
ड्रोन विशेषज्ञ डॉ युवराज ने किसानों के सवालों के जवाब बारीकी से दिए साथ ही ड्रोन से छिड़काव कैसे होता हैं, प्रदर्शन के माध्यम से बताया। जिससे किसान काफी उत्साहित नजर आए।
प्रो रमेश गोयल ने कहा कि ड्रोन प्रदर्शन कृषि प्रौद्योगिकी के एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो क्षेत्र के किसानों के लिए अधिक टिकाऊ और उत्पादक भविष्य का वादा करते है। ड्रोन प्रदर्शन के दौरान सब्जी विभाग के सलाहकार संकाय डॉ. सुरेश कुमार अरोड़ा, फार्म मैनेजर विक्रम सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।