शौक से छत पर उगाए जा रहे हैं फल और सब्जियां: करनाल के रामविलास की अनूठी पहल
करनाल के रामविलास ने अपने जुनून और मेहनत के बल पर दिखाया है कि कैसे छोटी सी छत पर भी फलों और सब्जियों की खेती की जा सकती है। उनकी इस काबिलियत ने न केवल देशभर में बल्कि अमेरिका तक में लोगों को प्रभावित किया है। रामविलास ने अपनी छत को एक मिनी फार्म हाउस में तब्दील कर दिया है, जहाँ वे विभिन्न प्रकार की सब्जियां, फूल, ड्रेगन फ्रूट, अमरूद, बेर आदि उगा रहे हैं।
इस पहल से उन्होंने जमीन की कमी के बावजूद प्रति माह लाखों रुपए की उपज प्राप्त की है। रामविलास का मानना है कि खेती केवल बड़ी जमीन पर ही नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि अब केवल 10 प्रतिशत लोगों के पास ही जमीन है, लेकिन उनके जैसे लोग छत को खेती के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने छत पर विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां उगाई हैं, जिससे वे साल भर ताजी सब्जियां प्राप्त कर पा रहे हैं। इसके अलावा, रामविलास ने ग्लोबल वार्मिंग के प्रति भी जागरूकता बढ़ाई है। उनके अनुसार, छत पर पौधे लगाने से एसी और पंखों का इस्तेमाल कम होता है और छत ठंडी रहती है। उनकी इस पहल से अब महाराष्ट्र, गुजरात सहित विभिन्न राज्यों से लोग ट्रेनिंग हासिल करने आ रहे हैं। यहां तक कि अमेरिका से भी लोग उनके पास आए हैं।
शहरी खेती का नया चेहरा
रामविलास का मानना है कि बड़े या छोटे किसान होने की बात नहीं है, बल्कि यह इच्छाशक्ति और समर्पण की बात है। उनका यह प्रयास उन लोगों के लिए एक मिसाल है जिनके पास खेती के लिए जमीन नहीं है। उन्होंने छत को एक उपजाऊ भूमि में बदल दिया है। उनका यह प्रयोग न केवल आर्थिक लाभ दे रहा है बल्कि पर्यावरणीय संरक्षण में भी मदद कर रहा है।
रामविलास के अनुसार, छत पर पौधे लगाने से ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में मदद मिलती है। इससे एसी और पंखे कम चलाने पड़ते हैं और छत ठंडी रहती है। उन्होंने बेर और अमरूद जैसे फल भी उगाए हैं, जो आमतौर पर रेगिस्तानी इलाकों में होते हैं।
देश के विभिन्न राज्यों जैसे महाराष्ट्र, गुजरात से लोग उनके पास ट्रेनिंग हासिल करने आते हैं। रामविलास का यह प्रयास न केवल किसानों के लिए बल्कि हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है, जो छोटे स्थान पर भी अधिकतम उपज लेना चाहते हैं। वर्टिकल फार्मिंग के जरिए वे तीन गुना उपज ले रहे हैं।
रामविलास की यह पहल न केवल एक आर्थिक स्रोत बन गई है बल्कि शादी-विवाह जैसे अवसरों पर फूलों की बिक्री से भी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। उनका यह प्रयास अन्य लोगों को भी प्रेरित कर रहा है और एक नई कृषि क्रांति का निर्माण कर रहा है।