करनाल/कीर्ति कथूरिया : माननीय पुलिस महानिदेशक हरियाणा शत्रुजीत कपूर के कुशल मार्गदर्शन में एवम एडीजीपी साइबर हरियाणा ओपी सिंह के दिशा निर्देश के तहत पूरे हरियाणा में अक्टूबर माह को साइबर जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है।
इसी कड़ी में डीएवी पब्लिक स्कूल करनाल और ओपीएस स्कूल करनाल में जाकर साइबर थाना की टीम द्वारा बच्चों और स्कूल स्टॉफ को साइबर अपराधो के प्रति जागरूक किया गया। टीम द्वारा बताया गया की आज के इस तकनीकि दौर में मनुष्य ज्यादातर मोबाइल फोन, लैपटॉप व कम्प्यूटर आदि पर निर्भर है और यह डिवाइस इंटरनेट से जुड़ी हुई हैं।
इनके माध्यम से मनुष्य का जीवन काफी आसान हो गया है। इनके माध्यम से मनुष्य अपने रोजमर्रा के कार्य जैसे- बैंक से संबंधित कार्य, ऑनलाइन ऑफिस कार्य, नेट बैंकिंग, सोशल मीडिया आदि पर अपना कारोबार आदि कार्य घर बैठे ही बड़ी आसानी से कर लेता है। जिसके कारण व्यक्ति कई बार इंटरनेट पर गलती कर बैठता हैं। साइबर अपराधी लोगों की इसी गलती के इंतजार में बैठे रहते हैं। मौका मिलते ही साइबर अपराधी बड़े ही शातिर तरीके से लोगों को मानसिक व आर्थिक तौर पर भारी क्षति पंहुचा देते हैं।
टीम ने बच्चो को बताया कि हमें इंटरनेट पर अपने कार्य करने के दौरान या इंटरनेट का उपयोग करते समय बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि कई बार हम अनजान वाईफाई से अपने कंप्यूटर या मोबाइल को कनेक्ट कर लेते है । इसके कारण भी हम साइबर अपराध का शिकार हो सकते है।
क्योंकि अपराधी उस वाईफाई कनेक्शन से हमारी सारी जानकारी ले लेता है। जैसे हमारे सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड, गूगल पे पासवर्ड, फोन पे पासवर्ड आदि लेकर अपराधी हमारे साथ फ्रॉड कर देता है। इसलिए हमे कभी भी अनजान वाईफाई से अपने मोबाइल और कंप्यूटर को कनेक्ट नही करना चाहिए।
टीम द्वारा बताया गया की अगर कभी भी आपको लगता है की आप या आपका कोई भी जानकर साइबर अपराध का शिकार हो जाता है तो तुरंत 1930 डॉयल करे या अपनी शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध के वेब पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करे। इस सेमिनार में करनाल पुलिस की साइबर थाना टीम से मुख्य सिपाही विनोद, सिपाही रौनक, सिपाही लवकेश, स्कूल के छात्र, छात्राए और स्कूल स्टॉफ मौजूद रहा।