करनाल/कीर्ति कथूरिया : कौन कहता है कि मेहनत करने से सफलता हाथ नहीं लगती , कौन कहता है कि संघर्ष का परिणाम अच्छा नहीं आता, आज हम बात करने जा रहे एक निशानेबाज की जिसका नाम अनीश भानवाला है, जो कि करनाल के रहने वाले हैं, चीन में आयोजित हो रहे एशियाई खेलों में अनीश भानवाला ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल के टीम इवेंट में देश को कांस्य पदक जिताया, वहीं व्यक्तिगत निशानेबाजी में करनाल के अनीश भानवाला चूक गए।
करनाल में जन्मे इस इंटरनेशनल शूटर अनीश भानवाला ने कभी माडर्न पेंटाथलॉन गेम से शुरुआत की थी, लेकिन पढ़ाई और पांच खेलों में एक साथ खेलना और प्रैक्टिक्स करना मुश्किल हो रहा था। माडर्न पेंटाथलॉन जिसमें कि पांच खेल पिस्टल शूटिंग, फेंसिंग, स्वीमिंग, हॉर्स राइडिंग और रनिंग शामिल है।
हालांकि इन खेलों में भी वह बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे और नेशनल स्तर पर कई मेडल जीत चुके थे। लेकिन फिर एक दिन उनके पड़ोस में रहने वाले हरियाणा पुलिस के अधिकारी जो खुद शूटिंग में कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडलिस्ट हैं उन्होंने उनके पिता जगपाल भानवाला को अनीश का शूटिंग पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी ।
परिजनों ने भी बात पर गौर करते हुए अनीश को शूटिंग खेलने के लिए प्रेरित किया। उसके बाद अनीश ने मुड़कर नहीं देखा और आज वह इंटरनेशनल शूटर के नाम से जाना जाता है।
अनीश ने देश को शूटिंग में कई मेडल जिताए हैं, अनीश ने 2023 सीनियर शूटिंग वर्ल्ड कप के 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल में 12 साल बाद भारत का सूखा खत्म किया था और भारत को ब्रांज मेडल दिलाया था। उससे पहले 2022 में सीनियर वर्ल्ड कप टूर्मेंनामेंट में अनीश की टीम को गोल्ड मिला था।
2018 में ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम के 25 मीटर रेपिड फायर में अनीश ने देश को गोल्ड दिलाया था। उस समय वो 10वीं कक्षा में पढ़ाई करते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में अनीश के साथ बात की थी और उन्हें बधाई दी थी। 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल में अनीश भानवाला को महारत हासिल है, उन्होंने कई मेडलों की झड़ी लगा रखी है।
फरवरी 2018 सिडनी में आयोजित जूनियर वर्ल्ड कप में इंडिविजुअल इवेंट में अनीश ने गोल्ड मेडल हासिल किया था। अनीश ने वहां पर 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल में भाग लिया था। अनीश का लक्ष्य 2024 में पेरिस में आयोजित होने वाले ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड लेकर आना है। अनीश अब तक नेशनल में 65 और इंटरनेशनल में करीब 31 पदक अपने नाम कर चुका है।
यहीं नहीं पांच बार लगातार जूनियर चैंपियन और पांच बार सीनियर चैंपियन भी रह चुका है।बेटे अनीश को तराशने में पिता जगपाल भानवाला का बहुत बड़ा त्याग है। जिन्होंने अपने बेटे के उज्जवल भविष्य के लिए अपनी वकालत छोड़ कर करनाल से 2015 में फरीदाबाद का रुख किया और अनीश को दिल्ली की करणी सिंह शूटिंग रेंज से प्रैक्टिस करवानी शुरू की।
वहीं पर अनीश शूटिंग की बारीकियां सीखने के साथ साथ मनाव रचना यूनिवर्सिटी से बीबीए फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहे है। पूरे देश को अनीश पर नाज है उम्मीद है कि देश का बेटा अनीश देश को ओलंपिक में पदक दिलाएगा।