May 12, 2024

करनाल/कीर्ति कथूरिया : बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर स्वास्थ्य जांच के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। इसी बीच डेंगू और मलेरिया को मात देने के लिये भी कमर कस ली है। जनता को जागरूक करने के लिये देहात में 150 टीमों को मैदान में उतारा गया है। राहत की बात यह कि जिला में अब तक मलेरिया को कोई केस सामने नहीं आया है।

जिला मलेरिया अधिकारी एवं उप सिविल सर्जन डा. अनु शर्मा के अनुसार मलेरिया रोधी अभियान के सार्थक नतीजे सामने आये हैं। वर्ष 2020 व 21 में कोई केस नहीं मिला। विभागीय टीमों की सक्रियता और जनता की जागरूकता के कारण यह संभव हो सका। उन्होंने बताया कि मलेरिया संक्रमित मादा एनोफेलीज और डेंगू एडीज मच्छर से काटने पर होता है। इस समय शहरी क्षेत्र में 10 और देहात में 150 टीमें (आशा वर्कर, एएनएम, एमपीएचडब्ल्यू) न केवल पंचायतों के सहयोग से बल्कि घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं। मेडिकल कैंप्स में भी लोगों को बचाव के उपायों से अवगत कराया जा रहा है।

जनता से अपील
डॉ. अनु शर्मा ने लोगों से अपील की है कि हफ्ते में एक बार घरों में पानी के बर्तन, कूलर, फूलदान, हौदी आदि को खाली करने के बाद सुखाकर ही पानी भरें। पानी के बर्तनों, टंकियों को ढक कर रखें। छत पर पड़े मटके, टायर, बोतल व अन्य टूटे-फूटे बर्तनों को हटा दें ताकि उनमें पानी जमा न हो। घरों के आसपास पानी से भरे गड्ढ़ों में काला तेल डालना अथवा मिट्टी भरें, पूरी बाजू के कपड़े पहनें तथा सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।

टेमीफोस दवा
उन्होंने बताया कि टीमों को दूषित पानी में काला तेल और साफ पानी में डालने के लिये टेमीफोस दवा उपलब्ध कराई गई। एक लीटर पानी में यह दवा चार चम्मच डालनी होती है। बताया कि यदि कोई पंचायत या ग्रामीण मांग करते हंै तो वहां फोगिंग और डेल्टामेथ्रन का छिडकाव करने के लिये टीमें तैयार हैं।

मुफ्त प्लेटलेट्स की सुविधा
डा अनु के अनुसार यदि कोई डेंगू मरीज कल्पना चावला मेडिकल कालेज एवं अस्पताल तथा नागरिक अस्पताल में दाखिल होता है तो इलाज कर रहे डाक्टर की अनुशंसा पर मरीज को मुफ्त प्लेटलेट्स उपलब्ध कराये जायेंगे।

डेंगू बुखार के लक्षण
अचानक तेज बुखार होना, छाती व ऊपर के हिस्सों में दानों का निकलना, सिर के अगले हिस्से में जोरदार दर्द, शरीर के जोडों में दर्द, भूख न लगना, जी मितलना, उल्टी आना।

मलेरिया बुखार के लक्षण
ठंड लगकर बुखार आना, शरीव में दर्द, सिरर्दद व उल्टी, कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है।

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