करनाल/कीर्ति कथूरिया : जिला बाल संरक्षण यूनिट महिला एवं बाल विकास कार्यालय द्वारा सोमवार को कालड़ा मार्केट सेक्टर 13, करनाल में आम जनता को जागरूक करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया जो कि प्रत्येक वर्ष 12 जून को मनाया जाता है । इस वर्ष इस दिन का थीम सभी के लिए सामाजिक न्याय। बाल श्रम समाप्त करें।
इस कार्यक्रम के दौरान एमडीडी बाल भवन फूसगढ़ तथा श्रद्धानंद के बच्चों द्वारा बाल मजदूरी पर स्लोगन बोलते हुए नारे लगाकर आम जनता को जागरूक किया गया तथा एमडीडी बाल भवन के बच्चों द्वारा एक लघु नाटिका के माध्यम से बच्चों के विरुद्ध हो रहे अपराध जैसे बाल श्रम करवाना, यौन शोषण तथा बाल विवाह के मुद्दों पर जनता को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष बाल कल्याण समिति उमेश चांदना द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि बच्चों को बाल मजदूरी और शोषण से निजात दिलवाने के लिए बनाए गए बेहद सख्त कानूनों के बावजूद भी नाबालिगों से काम लेने की प्रकृति और उनका शोषण जारी है। जोकि एक चिंता का विषय है। बच्चों की ट्रैफिकिंग के गंभीर अपराध से जुड़े हुए तत्व दूसरे राज्यों से बच्चों को लाते हैं फिर उन्हें बंधुआ मजदूरी के दलदल में धकेल देते हैं।
इसीलिए बच्चों से जुड़े हुए सभी विभागों जैसे महिला एवं बाल विकास विभाग ,पुलिस विभाग, श्रम विभाग,चाइल्ड हेल्पलाईन तथा बच्चों के क्षेत्र में कार्य कर रही सभी एनजीओ को मिलकर एक साथ काम करते हुए हमें अपने जिले को बालश्रम से मुक्त करने का संदेश दिया गया। घर-घर को जगाना है बाल मजदूरी को हटाना है का नारा भी दिया गया। जिला बाल संरक्षण यूनिट तथा एनजीओ के स्टाफ द्वारा सभी दुकानों पर बाल श्रम न करवाने हेतु जागरूक करने के लिए पुस्तिका भी बांटे गए। कार्यक्रम के सफल आयोजन में एम डी डी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट एक्सेस टू जस्टिस की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कार्यक्रम के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना रानी, निरुपमा सदस्या, बाल कल्याण समिति, सुरेन्द्र सिंह मान, पी आर नाथ, परमजीत, अध्यक्ष एमडीडी बाल भवन तथा वीर विक्रम, पार्षद सेक्टर 13 भी मौजूद रहे।