November 23, 2024

पुलिस रेंज करनाल के साइबर क्राईम पुलिस थाना की टीम द्वारा वैबसाइट हैक करके फर्जी जन्म एंव मृत्यू प्रमाण पत्र बना कर जारी करने वाले दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार करने में कायमाबी हासिल की है। इस वारदात के संबंध में दिनांक 27.07.2021 को प्रधान चिकित्सा अधिकारी, जिला नागरिक हस्पताल, जिला करनाल ने कार्यवाही करने बारे पुलिस को शिकायत दी कि जिला नागरिक हस्पताल, करनाल की जन्म एवं मृत्यू प्रमाण पत्र पंजीकरण इकाई के ई-मेल आईडी व पासवर्ड संबंधित इंचार्ज व कर्मचारियों के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति के साथ सांझा नही किये जाते हैं।

फिर भी दिनांक 26.07.2021 को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आईडी व पासवर्ड के माध्यम से वैबसाईट को हैक करके उनका दुरूपयोग करते हुए अपने फर्जी हस्ताक्षर अपलोड करके ऑनलाईन जन्म एंव मृत्यू प्रमाण पत्र जारी किये जा रहे हैं। जो पूर्णतया अवैध और गैरकानूनी है। इस संबंध में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ साईबर क्राईम थाना करनाल रेंज, करनाल में धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी व 66सी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।

मामले में प्रभावी कार्यवाही करते हुये प्रबंधक साईबर क्राईम थाना निरीक्षक कमलदीप राणा व उनकी सहयोगी साईबर क्राईम विशेषज्ञ टीम द्वारा दिनांक 28.10.2021 को विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर दो आरोपी भाईयों 1. संतोष व 2. मंतोष वासियान गांव बरदौनी बादी जिला समस्तीपुर राज्य बिहार को आरोपियों के गांव से गिरफ्तार करके लाया गया।

आरोपियों के कब्जे से दो लैपटॉप, दो मोबाइल फोन, एक सीपीयू, एक मोरपो व एक एटीएम कार्ड बरामद किया गया। जिसके बाद आरोपियों का पुलिस रिमाण्ड हासिल किया गया। दौराने रिमाण्ड आरोपियों से पूछताछ व अन्य विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों द्वारा हरियाणा, बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व अन्य कई राज्यों की वैबसाईट हैक करके करीब 800 फर्जी जन्म एंव मृत्यू प्रमाण पत्र जारी किये जा चुके हैं।

जांच में खुलासा हुआ कि इस फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने के कार्य के लिये आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एक वॉटसअप ग्रुप बनाया हुआ था। जैसे ही कोई व्यक्ति जन्म एंव मृत्यू प्रमाण पत्र बनवाने के लिये इनके सम्पर्क में आता तो वह उसका मैसेज इस वॉट्सअप ग्रुप में डाल देते और मध्य प्रदेश का रहने वाला विकास नाम का व्यक्ति वैबसाईट हैक करके उसका लिंक इस ग्रुप में भेज देता था।

जिसके बाद दोनों आरोपी संबंधित राज्य की जन्म एंव मृत्यू प्रमाण पत्र की वैबसाईट खोलकर संबंधित व्यक्ति का फर्जी प्रमाण पत्र जारी करके अपने फर्जी हस्ताक्षर करके वॉट्सअप के माध्यम से ही जारी प्रमाण पत्र उसे भेज देते थे। फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने की ऐवज में आरोपी मनचाहे रूप्ये वसूलते थे और वह रूप्ये आरोपी पेटीएम या अन्य डिजिटल माध्यम से अपने खाते में डलवाते थे।

आरोपियों को आज पेश अदालत करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया। फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने की वारदात में संलिप्त मास्टर मांइड आरोपी व अन्य संलिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। इन आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

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