करनाल। डीएवी पीजी कॉलेज में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार करनाल जोन की इंटर कॉलेज वॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में जोन के कई महाविद्यालयों की टीमों ने भाग लिया। डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने मैदान में पहुंचकर खिलाड़ियों का परिचय लेकर उन्हें अपना आर्शीवाद देकर मैच की शुरूआत करवाई। खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए डॉ. सैनी ने कहा राज्य की खेल नीतियां भी खिलाड़ियों को नए नए अवसर प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है। इसलिए हमें जीवन में एक खेल को हमेशा अपनाना चाहिए। ताकि खेल के द्वारा शरीर को भी स्वस्थ व तंदरूस्त रखा जा सके। उन्होंने कहा कि हार और जीत खेल प्रतियोगिता का एक अहम हिस्सा होते हैं। इसलिए खेल में हारने वाले खिलाड़ी को निराश नहीं होना चाहिए। बल्कि उसे हार से सीख लेकर आने वाली प्रतियोगिता के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अच्छे खेल का प्रदर्शन खिलाड़ी तब ही कर सकता है, जब वह खेल को भाईचारे और शांति से खेलेगा। प्रतियोगिता के दौरान फाइनल मुकाबला मेजबान कॉलेज और दयाल सिंह कॉलेज करनाल की टीम के बीच खेला गया।
फाइनल मुकाबले में डीएवी कॉलेज की टीम ने दयाल सिंह कॉलेज की टीम को 3-0 से करारी शिकस्त देकर करनाल जोन की विजेता बनी। प्रतियोगिता का संचालन कर रहे शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रो. जितेंद्र चौहान ने बताया कि 8 और 9 अक्तूबर को कौल के बीएआर जनता कॉलेज में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय की इंटर जोनल वॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। वहां कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के चारों जोनों की विजेता टीमों के बीच मुकाबला होगा। इस प्रतियोगिता में करनाल जोन से विजेता रही डीएवी कॉलेज की टीम भाग लेगी। उन्होंने कहा कि जोन की प्रतियोगिता में आई सभी टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। जिससे दर्शकों को भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। प्रतियोगिता के दौरान डॉ. भीम सिंह, डॉ. राज्यश्री, प्रो. संजय शर्मा, डॉ. मिनाक्षी कुंडू, डॉ. रितु कालिया, प्रो. पूनम वर्मा, प्रो. पदमा बत्रा, प्रो. बलराम, डॉ. महाबीर सिंह, वॉलीबाल कोच सुल्तान सिंह, जसबीर सिंह, रामफल चोरकारसा, लखी राम फौजी सहित अन्य मौजूद रहे।