अक्टूबर का महिना पूरे विश्व में वर्ल्ड ब्रेस्ट कैंसर अवेरनेस के रूप में मनाया जाता है। आज आई टी आई चौक के पास स्तिथ अमृतधारा हॉस्पिटल में ब्रेस्ट कैंसर चेकअप कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें मेदांता मेड़ी सिटी से आए डॉक्टरों ने मरीजों का फ्री में चेकअप किया।
ब्रेस्ट कैंसर आज के समय में महिलाओं में बड़ी संख्या में हो रहा है। एक सर्वे के मुताबिक महानगरों व शहरों में रहने वाली औरतों में स्तन कैंसर के मामले अधिक देखे जाते हैं। जल्द ही इस रोग के बारे में अगर कुछ ठोस कदम न उठाए गए तो स्तन कैंसर जल्द ही भारत में महिलाओं का सबसे बड़ा कैंसर बन सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आरिमा मित्तल बताती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए महिलाएं खुद हर तीन महीने में स्तन की जांच करवानी चाहिए और देखें कि स्तन में कोई गांठ तो नहीं है। समय पर उपचार अपनाकर कैंसर से बचा जा सकता है।
डॉक्टर आरिमा मित्तल ने बताया कि 35 साल की उम्र के बाद औरतों में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है। लेडीज को साल में 2 से 3 बार मेमोग्राफी टेस्ट करवाना चाहिए। शरुआत में स्तन में जो गांठ बनती है उसमें दर्द नहीं होता लेकिन बाद में यह ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन जाती है।
अमृतधारा हॉस्पिटल की डॉक्टर ज्योति गुप्ता ने बताया कि अगर किसी महिला को ब्रेस्ट में तकलीफ होती है तो आप तुरंत एक्सपर्ट के पास जाए। महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है।
मेदांता मेडिसिटी से एक मोबाइल क्लीनिक वैन भी यहाँ पहुंची जिसमे महिलाओं का फ्री में मेमोग्राफी टेस्ट किया गया।