आज कैमला गांव में रैली को सफल बनाने के लिए जोर शोर से तैयारियां की गई थी, चारों तरफ सुरक्षा के साथ साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल के लिए बड़ी कुर्सी भी मंच पर आ गई, उनके स्वागत के लिए बुक्के भी लाए गए थे , औऱ उन्हें तोहफा देने के लिए हल भी मंगवाया गया था वो आएंगे और नेता उनका स्वागत करेंगे , और उन्हें बुक्के और हल देकर मंच से कार्यक्रम की शुरुआत होगी।
लेकिन स्वागत तो तब होता जब सीएम मनोहर लाल मंच पर पहुंचते उससे पहले ही किसान हेलिपैड पर पहुंच गए , हैलीपेड तोड़ दिया गया, मंच पर लगी कुर्सियां, गमले सब तहस नहस, इतना ही नहीं किसान महापंचायत का बड़ा पोस्टर भी फाड़ दिया। जो सामने आया वो तोड़ दिया। प्रिंटर तोड़ दिया, मुख्यमंत्री ने जिस कुर्सी पर बैठना था फेंक दी।
सीएम मनोहर लाल को तोहफे में देने वाला हल किसान ले गए , गुलदस्ते गांव के बच्चे ले गए , हैलीपेड की ईंटे भी वहां आए किसान ले गए। बच्चे भले ही गुलदस्ते उठाने के बाद खुश थे लेकिन वो नेता उदास थे जो सीएम को गुलदस्ता देने के लिए लाए थे, क्योंकि कार्यक्रम पूरा हो ही नहीं पाया।