न्यायाधीश एवं लोकायुक्त हरियाणा नवल किशोर अग्रवाल ने कहा कि महाराजा अग्रसेन समाजवाद के सच्चे प्रवर्तक थे। प्रत्येक व्यक्ति सबके साथ आपसी तालमेल से रहे और परोपकार की भावना उनका मूलमंत्र था। उनके द्वारा किए गए कार्यों से हमें समाज सेवा की प्रेरणा मिलती है।
न्यायाधीश एवं लोकायुक्त वीरवार को स्थानीय महाराजा अग्रसेन चौंक पर महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन करनाल,अग्रवाल सभा तथा वैश्य ग्रामीण शिक्षा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन का जन्म अश्विन शुक्ल प्रतिपदा में हुआ, जिसे अग्रसेन जयंती के रूप में मनाया जाता है। नवरात्रि के प्रथम दिवस को अग्रसेन महाराज जयंती के रूप में मनाया जाता हैं। महाराजा अग्रसेन ने एक ईंट और एक रुपया के सिद्धांत की घोषणा की थी, जिसके अनुसार नगर में आने वाले हर नए परिवार को नगर में रहने वाले हर परिवार की ओर से एक ईट और एक रुपया दिया जाएं। ईटों से वो अपने घर का निर्माण करें एवं रुपयों से व्यापार करें। इस तरह महाराजा अग्रसेन को समाजवाद के प्रणेता के रुप में पहचान मिली।
उन्होंने कहा कि महापुरूषों की जयंती इसलिए मनाई जाती है कि आने वाली पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा मिले और उन्हें याद किया जा सके। हमें उनके दिखाए गए सद्मार्ग पर चलते हुए उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। महाराजा अग्रसेन लगभग पांच हजार दो सौ वर्ष बाद भी पूजनीय है, तो इसलिए नहीं कि वे एक प्रतापी राजा थे अपितु इसलिए कि क्षमता, ममता और समता की त्रिविध मूर्ति थे । उनके राज में कोई दु:खी या लाचार नहीं था। वे एक धार्मिक, शांति दूत, प्रजावत्सल, हिंसा विरोधी, बली प्रथा को बंद करवाने वाले सभी जीव मात्र से प्रेम रखने वाले दयालु राजा थे। कालातंर में अपने नए राज्य की स्थापना के लिए महाराज अग्रसेन ने पूरे भारतवर्ष का भ्रमण किया। इस दौरान उन्हें एक जगह शेर तथा भेडिये के बच्चे एक साथ खेलते मिले। इसे दैवीय संदेश मानकर, ऋषी-मुनियों की सलाह अनुसार इसी जगह पर नए राज्य अग्रेयगण की स्थापना की, जिसे आज अग्रोहा नाम से जाना जाता है। यह स्थान हरियाणा में हिसार के पास स्थित है।
इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने महाराजा अग्रसेन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो लोग अपने पूर्वजों के सिद्धांतों पर चलते हैं, वे तरक्की अवश्य करते हैं। महाराज अग्रसेन ने जो सिद्धांत स्थापित किए, वे आज भी अनुकरणीय हैं और इसी पर चलकर समाज की तरक्की संभव है। स्वामी ज्ञानांनद ने सभी को अग्रसेन जयंती और नवरात्रों की शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर नगर निगम की मेयर रेनू बाला गुप्ता ने अग्रसेन जयंती की सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज पहला नवरात्रा है और आज के दिन अग्रसेन जयंती मनाई जाती है,यह बहुत खुशी की बात है। इस अवसर पर न्यायाधीश एवं लोकायुक्त नवल किशोर अग्रवाल तथा स्वामी ज्ञानांनद जी महाराज व आए हुए अतिथियों ने महाराजा अग्रसेन जी की मूर्ति पर माल्यापर्णन किया तथा आयोजित हवन यज्ञ में भी आहुति डाली। कार्यक्रम में आयोजकों द्वारा आए हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर श्री जगदम्बा एग्रीको एक्सपोटर्स प्रा०लि०के एमडी सतीश गोयल,समाज सेवी सोहन लाल गुप्ता,संरक्षक बृज गुप्ता,एडवोकेट सुनील मित्तल,पूर्व विधायक जयप्रकार गुप्ता, भगवान दास बंसल,चेयरमैन सतपाल गुप्ता,प्रधान रमन मित्तल,स्वामी पे्रम मूर्ति,डा०नवीन गुप्ता,दीपक गुप्ता,डा०राजीव गुप्ता सहित कईं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।