करनाल शहर के प्रवेश मार्गों पर आध्यात्म, धर्म संस्कृति, इतिहास, समाज सुधार एवं अंतरिक्ष विज्ञान की विभूतियों के दर्शन होंगे। प्रवेश मार्ग पर बनाए जाने वाले 8 गेटों में से चार और अन्य गेटों की वास्तुकला ड्राइंग तैयार कराई जा रही है। जल्द ही इनकी ड्राइंग तैयार हो जाएगी। सितंबर-अक्टूबर में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जबकि कुल 8 गेटों में से एक का निर्माण हो चुका है और तीन का निर्माण कार्य चल रहा है। डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि करनाल शहर के चार अन्य प्रवेश मार्गों पर भी नगर निगम सीमा में भव्य गेट बनाए जाएंगे।
इनके सर्वे का काम पूरा हो चुका है, जबकि आर्किटेक्ट इनकी ड्राइंग तैयार करने में लगे हैं, जो अगले सप्ताह में ही तैयार हो जाएगी। इसके बाद निर्माण के डिटेल एस्टीमेट बनाए जाएंगे और फिर तकनीकी कार्य व प्रशासकीय स्वीकृति नगर निगम से ही मिलने के बाद अल्प अवधि टेंडर लगेगा, जो संभवत: आगामी सितंबर में हो सकता है। इसके बाद सितंबर या अक्टूबर में काम शुरू होगा और आगामी जनवरी-फरवरी तक सभी गेटों का निर्माण मुकम्मल करने का लक्ष्य है।
काछवा रोड पर बनेगा स्वामी विवेकानंद द्वार
डीसी ने बताया कि काछवा रोड पर युग पुरुष स्वामी विवेकानंद के नाम से भव्य गेट का निर्माण होगा। विवेकानंद में कुशाग्र बुद्धि और परमात्मा को पाने की लालसा थी। परमार्थ के रास्ते पर चलते वे स्वामी रामकिशन परम हंस के शिष्य बने, जिनके ज्ञान से स्वामी विवेकानंद को आत्म साक्षात्कार हुआ। स्मरण रहे कि करीब 125 वर्ष पहले अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद ने हिस्सा लेकर जो ऐतिहासिक भाषण दिया था, उसकी शुरूआत मेरे अमेरिकी भाइयों व बहनों कहकर की थी। इससे सभागार में कई मिनटों तक तालियां गूंजती रही। स्वामी विवेकानंद के भाषण से उनको विश्व प्रसिद्धि मिली।
करनाल की बेटी के नाम से बनेगा 8वां द्वार : 8वां द्वार करनाल-मूनक रोड पर महान अंतरिक्ष वैज्ञानिक तथा करनाल की बेटी कल्पना चावला के नाम से बनकर तैयार होगा। कल्पना चावला भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी। कल्पना चावला की प्रथम अंतरिक्ष उड़ान एसटीएस 87 कोलंबिया शटल से 19 नवंबर 1997 से 5 दिसंबर 1997 के मध्य संपन्न हुई। उनकी दूसरी व आखिरी उठान 16 जनवरी 2003 को स्पेस शटल कोलम्बिया से शुरू हुई, लेकिन दुर्भाग्यवश फरवरी 2003 को कोलम्बिया स्पेस शटल पृथ्वी पर लैंड करने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें कल्पना चावला समेत सभी 6 अंतरिक्ष यात्री मृत्यु को प्राप्त हो गए थे।
करनाल-कैथल रोड पर श्री गुरुनानक द्वार बनेगा
करनाल-कैथल रोड पर 15वीं सदी के महान संत श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर श्री गुरु नानक द्वार बनाया जाएगा। गुरु नानक देवी जी में बचपन से ही प्रखर बुद्धि और विलक्षणा प्रतिभा के धनी थे। बचपन से ही यह सांसारिक विषयों से उदासीन रहा करते थे। यही कारण है कि उनका अधिकतर समय आध्यात्मिक चिंतन और सत्संग में व्यतीत होता था। आध्यात्मिक संत श्री गुरु नानक देव जी ने देश के सभी हिस्सों की यात्रा कर मानवता को सत्य, अध्यात्म और वास्तविक धर्म का संदेश दिया था। पवित्र गुरु ग्रंथ में श्री गुरु नानक देव जी अमर वाणी संग्रहित है।
करनाल-कुंजपुरा रोड पर मां सरस्वती द्वार : करनाल-कुंजपुरा रोड पर विद्यादायिनी मां सरस्वती के नाम पर सरस्वती द्वार का निर्माण किया जाएगा। सरस्वती हिंदू धर्म की वैदिक एवं पौराणिक देवियों में से एक हैं। इन्हें विद्या एवं नृत्य-संगीत क्षेत्र के अधिष्ठाता के रूप में भी माना जाता है। कहते हैं कि इनकी उपासना करने से मूर्ख भी विद्वान बन सकता है। देवी सरस्वती का वर्णन वेदों के मेध सूक्त में उपनिषदों, रामायण, महाभारत के अतिरिक्त कालिका पुराण, वृहत्त नंदीकेश्वर पुराण व शिव महापुराण इत्यादि में विशेष उल्लेख के साथ है।
इन तीन गेटों का चल रहा निर्माण कार्य
नमस्ते चौक पर महाराजा कर्ण के नाम पर से बना रहा प्रवेश द्वार 90 प्रतिशत पूरा हो गया। करनाल-मेरठ रोड पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम गेट का कार्य प्रगति पर है। करनाल-इंद्री रोड पर श्री आत्म मनोहर जैन मुनि के नाम से द्वार निर्माणाधीन है। इससे पहले बलड़ी बाईपास चौक के निकट श्रीमदभागवत गीत द्वार कई माह पहले बन चुका है, जिसका मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उद्घाटन किया था।