संविधान के निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की जयंती पर करनाल लोकसभा सासंद संजय भाटिया ने उनको नमन किया और उनके चित्र पर माला अर्पित करके श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
करनाल लोकसभा सासंद भाटिया ने मंगलवार को अपने कार्यालय से जारी ब्यान में बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बी.आर. अंबेडकर कई प्रतिभाओं और व्यवसायों के व्यक्ति थे। वे एक राजनीतिज्ञ, न्यायविद, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे और इसके अलावा, यह व्यक्ति उस समय भारतीय समाज में व्याप्त विभिन्न अन्याय से लडऩे के लिए भावुक थें। अन्याय के खिलाफ इस लड़ाई के तहत, अम्बेडकर ने अछूतों के समर्थन में एक अभियान का नेतृत्व किया।
उन्होंने कहा कि भीमराव अम्बेडकर ने जो सबको एकता के सूत्र में बांधने के जो सपने देखे थे उन सभी सपनों को पूरा करने के लिए वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबको साथ लेकर चलते हुए पूरा करने मे लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि स्किल डेवलपमेंट का कंसेप्ट भी डाक्टर अंबेडकर लेकर आये थे जिसको पूरा करने का कार्य भी नरेन्द्र मोदी ने ही पूरा किया ।
उन्होंने कहा कि श्रम ही देव है, अंबेडकर के ही इसी सपने को भी नरेंद्र मोदी द्वारा ही पूरा किया गया जब महाकुंभ के अवसर पर मोदी द्वारा सफाई कर्मचारियों के पांव धोकर भारत के जनमानस में संदेश पंहुचाया कि अब भेदभाव समाप्त करने का समय आ गया है।
आज वर्तमान मे ताजा उदाहरण है कि कोरोना वायरस की महामारी मे जगह जगह पर देश के कोने कोने मे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से जनमानस सफाई कर्मचारियों के गले मे पुष्प माला डालकर व उनके ऊपर फूलों की वर्षा करके सम्मान प्रद्रर्शित कर रहा है, जिसे डाक्टर अंबेडकर के सपने को साकार होते देखा जा रहा है।
संजय भाटिया ने बाबा भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए यह भी बताया कि वह स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले कानून मंत्री थे। इन सबसे ऊपर, अंबेडकर ने भारत के संविधान को बनाने में एक केंद्रीय भूमिका भी निभाई थी। इसलिए यदि उनको राष्ट्र निर्माता कहा जाये तो यह बिल्कुल गलत नहीं होगा।