दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों में कोरोना मिलने से करनाल और पानीपत जिले में भी हड़कंप मच गया है। इस इस्लामिक धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए थे। इस जमात में घरौंडा व इंद्री क्षेत्र के आठ लोग भी शामिल रहे हैं। इन सभी को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जबकि जमात में शामिल पांच लोग वापस पानीपत लौट आये हैं, जिन्हें क्वारंटीन किया गया है।
दिल्ली की जमात में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने क्षेत्र के बरसत, बल्हेड़ा, मुंडीगढ़ी व अन्य गांव में जाकर अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों व कई घरों में सर्च अभियान चलाया। पुलिस ने सभी सरपंचों को सख्त निर्देश दिए हैं कि गांव में बाहर से आए लोगों की जानकारी तुरंत प्रशासन को उपलब्ध करवाई जाए।
अलग-अलग गांव में पहुंची टीम, मस्जिद में चला सर्च अभियान
मंगलवार को जिला प्रशासन के निर्देश पर घरौंडा तहसीलदार रमेश कुमार अरोड़ा के नेतृत्व में थाना प्रभारी मनोज कुमार व पुलिस टीम बरसत गांव पहुंची। जहां सरपंच के साथ टीम ने बरसत के दो संदिग्ध घरों की जांच पड़ताल की। साथ ही गांव की मस्जिद में भी सर्च अभियान चलाया। इसके बाद टीम ने बल्हेड़ा गांव व मुंडीगढ़ी गांव में अभियान चलाया। यहां पुलिस टीम ने ग्रामीणों से बाहर से आये लोगों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। हालांकि इस अभियान के दौरान प्रशासनिक टीम को कोई संदिग्ध तो नहीं मिला लेकिन कुछ लोगों में खांसी व जुकाम संबंधित शिकायत जरूर मिली। जिसको लेकर तहसीलदार ने स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजने के निर्देश जारी किए हैं।
कोई भी गांव से बाहर आवागमन नहीं करेगा
गांव बरसत, बल्हेड़ा, मुंडीगढ़ी सहित कुछ गांवों में सर्च अभियान चलाया गया है। साथ ही धार्मिक स्थलों व संदिग्ध घरों की भी जांच की गई है। इस सर्च अभियान के दौरान ऐसा कोई संदिग्ध नहीं मिला है। गांव के सरपंचों को सख्त हिदायत जारी कर दी गई है कि कोई भी व्यक्ति गांव से बाहर आवागमन नहीं करेगा। यदि किसी संदिग्ध के बारे में जानकारी मिलती है तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
घरौंडा के छह व इंद्री के दो लोग जमात का हिस्सा
तबलीगी जमात में शामिल हुए करनाल जिले के आठ लोगों को करोना वायरस का संदिग्ध मरीज बताया जा रहा है। इन सभी लोगों को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। दिल्ली में डिटेंन किये गए लोगों में इंद्री हल्के के गांव गढ़पुर निवासी सलीम व इमरान है। जबकि घरौंडा क्षेत्र के गांव बरसत से इरशाद, गांव मुंडीगढ़ी निवासी सोक्खा, फरियाद व अब्दुल, गांव गढ़ी भरल निवासी इन्सार अली व मोहम्मद याकूब शामिल हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में आए लोगों में से कोरोना वायरस का संक्रमण का मामला सामने आया है। इस जमात में हरियाणा से भी लोग शामिल हुए थे। जिसमें घरौंडा क्षेत्र के कुछ गांवों के लोगों के भी शामिल होने भी जानकारी मिली थी। सरकार ने पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है। -रमेश कुमार अरोड़ा, तहसीलदार
जिन आठ लोगों को दिल्ली अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, वे बीते चार माह से गांव में नहीं थे। इस संबंध में दिल्ली से सभी जानकारी ली गई है। किसी भी व्यक्ति को घबराने की जरूरत नहीं है करनाल जिले में कोई भी करोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है। -सुरेंद्र सिंह भौरिया, एसपी करनाल।
दिल्ली के तबलीगी जमात में शामिल होकर करनाल जिले में दो लोगों के पहुंचने का पता चला है। इनमें एक करनाल का रहने वाला है तो दूसरा जींद जिले से है, जो कि अपनी बेटी के घर पर आया है। सूचना मिलते ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों को क्वारंटीन करते हुए सैनिक स्कूल कुंजपुरा में रखा गया है। यही नहीं ये लोग जिनके संपर्क में आए हैं, उनको भी क्वारंटीन कर डाक्टरों द्वारा चेकअप कराया जा रहा है। फिलहाल इनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है। हालांकि डाक्टर इनके स्वास्थ्य पर निगरानी जरूर रख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आईजी भारती अरोड़ा व एसपी सुरेंद्र भौरिया ने मजदूर सेल्टरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली मरकज में शामिल होने के लिये जिला करनाल से 9 लोग गये थे। इनमें से 8 पिछले चार महीने से दिल्ली में ही हैं। आठ लोग दिल्ली के अस्पताल में दाखिल हैं। तबलीगी जमात में शामिल होकर एक व्यक्ति ही करनाल में लौटा था जिसकी सूचना मिलते ही कार्रवाई करते हुए उसे और उसके परिवार वालों, जिनके संपर्क में वह आया था उनको 14 दिन के लिये क्वारंटाइन सेंटर कुंजपुरा करनाल में क्वारंटाइन किया गया है।
वहीं एक अन्य व्यक्ति तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद अपने रिशतेदार के पास करनाल आया था। वह जिला जींद का रहने वाला है। वह भी जिनके संपर्क में आया था उनका चेकअप करवा कुंजपुरा सैनिक स्कूल करनाल में 14 दिन के लिये क्वारंटाइन किया है। ये लोग जिन लोगों के संपर्क में आये हैं, उनकी सूचना भी इकट्ठी कर क्वारंटीन किया जा रहा है। इनकी ट्रेवलिंग हिस्ट्री की भी जांच की जा रही है।
क्वारंटीन का मतलब कोरोना पॉजिटिव नहीं, अफवाह फैलाने वाले नपेंगे : एसपी
एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने कहा कि कुछ लोग जानकारी न होने के कारण अफवाह फैला रहे हैं, अगर किसी व्यक्ति या परिवार को क्वारंटीन किया जाता है तो उसका मतलब ये नहीं कि वह व्यक्ति/परिवार कोरोना पॉजिटिव है। क्वारंटीन उस परिवार/व्यक्ति को किया जा रहा, जो विदेश यात्रा से आया हो या ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आया हो। कोरोना पॉजिटिव होना या न होना एक लेब टैस्ट के माध्यम से पता लगाया जाता है, कुछ लक्षणों से यह स्पष्ट नहीं किया जाता।
आइसोलेशन प्रक्रिया मेडिकल टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्ति को अस्पताल में आईसोलेट किया जाता है। कुछ लोग ऐसे परिवारों व व्यक्ति के बारे में अफवाह फैला रहे हैं। ऐसा करना आपराधिक कार्य है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाऐगी। पुलिस ऐसे लोगों पर नजर रखे है।