करनाल का ऐतिहास आखिर किस शूरवीर पर रखा गया इसका नाम।करनाल उत्तरी भारत का सुप्रसिद्ध एवम ऐतिहासक नगर है। करनाल इसका असितत्व महाभारत के समय से है। और जब कुरुछेत्र की बात चलती है। तब करनाल का नाम स्वाभिक है। क्योकि करनाल का नाम महाभारत के शूरवीर योद्धा एवम दानवीर कर्ण के नाम पर है।
ऐतिहास की जानकारी रखने वालो ने हमारे साथ ऐतिहास को साझा किया , जिसमे दयाल सिंह कालेज के रिटायर प्रिंसिपल रामजी लाल व् बटवारे के बाद पाकिस्तान से भारत आये करनाल शहर के दो सीनियर सिटीजन व् जिगरी दोस्त रूप नारायण चांदना व् जे आर कालरा ने। जिनकी उम्र 87 व् 85 साल की है।
कर्ण अर्जुन भीम नकुल सहदेव – कर्ण पांडवो के सबसे बड़े भाई थे। कर्ण का जन्म माता कुन्ती के गर्भ से सूर्य के प्रताप से विवाह से पूर्व हुआ था। तस्वीरों में आप देख सकते है जिस तालाब किनारे बैठकर राजा कर्ण जनता की समस्या सुना करते थे। वह तालाब आज भी उसी जगह मौजूद है।पूर्व सरकारों में ये कर्ण पार्क अपनी बदहाली के आँसू ब्या कर रहा था।
लेकिन मनोहर लाल जब करनाल से पहली बार 2014 के चुनाव में विधायक चुने गए व् प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तभी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राजा कर्ण के नाम से जाने वाले कर्ण पार्क को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट मानकर अधिकारियो को पार्क की दुर्दशा को सुधारने के निर्देश दिए ,जो आज अपनी सुंदरता ब्या कर रहा है।
राजा कर्ण तालाब में स्नान करने के पश्चात प्रीतिदिन गरीबो को सवा मन सोना दान किया करते थे। इसी महाराजा दानवीर कर्ण के नाम से ऐतिहासिक नगर का नाम करनाल पड़ा। कर्ण की यादगार आज भी शहर के कर्ण गेट तथा कर्णताल के रूप में है। आज भी पुराने समय के वो दवार गेट करनाल में मौजूद है। जो रात को अपने आप बंद जो जाते थे।जिसको अब महाभारत काल के शूरवीरो का नाम दिया गया है।
कालेज के पूर्व प्रिंसिपल व् शहर के वरिष्ठ नागरिको ने करनाल के ऐतिहास की जानकारी देते हुए बीजेपी कार्यकाल की काफी तारीफ की , बातचीत में पूर्व प्रिंसिपल रामजी लाल ने कहा आज करनाल धीरे -धीरे शिक्षा का हब बनने की और अग्रसर है। आने वाले दिनों में मेडिकल कालेज की स्थापना और भविष्य में मेडिकल यूनिवस्टी का संचालन शुरू हो जायेगा , चंडीगढ़ और दिल्ली इलाज कराने के लिए जाने वाले लोगो को इसका काफी फायदा होगा।
शहर के साथ ग्रामीण छेत्रों में भी काफी विकास हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से करनाल की जनता ने दूसरी पारी की शुरवात करने के बाद काफी उम्मीदे लगाई है। ताकि हरियाणा और करनाल में और जय्दा विकास होगा।