यूके के सत्तारुढ दल के वायस चेयरमैन एवं हाऊस आफ कामन के सांसद पोल्स स्कोली ने अपने संबोधन में कहा कि गीता विश्व का शांति और सद्भावना के लिये एक प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में महाभारत के .युद्द से पहले गीता का जो उपदेश भगवान श्रीकृष्ण ने दिया था वो मानवीय मूल्यों और आध्यात्मिक सत्य का सबसे का सबसे बड़ा उदाहरण है। विश्वशांति और सद्भावना के लिये गीता एक प्रेरणा स्त्रोत है। आज के भौतिकवादी दौर में जिस तरह का अवसाद का वातावरण बना है,उससे निजात पाकर आनंदमय जीवन निर्वहन का उच्चतम संदेश एवं मार्गदर्शन गीता के माध्यम से मिलता है।
हरियाणा के उद्योगमंत्री विपुल गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तीन साल पहले गीता महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का जो निर्णय लिया था,उसके बाद 2019 में आज से लंदन में शुरु हो रहा दूसरा अवसर है। गोयल ने कुरुक्षेत्र के महत्व के साथ गीता के गीता महोत्सव लंदन में मनाने का मुख्य उद्देश्य सद्भावना औऱ शांति के भगवत गीता वैशिवक संदेश को विश्वभर के फैलाना है। उन्होंने कहा कि भौतिकवाद और आध्यात्म को साथ लेकर अपनी ऊर्जा को नियंत्रित करते हुए व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक एवं साकारत्मक तरीके से जीये और विश्वशांति में अपना योगदान दे।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बताया कि जीओ गीता पिछले कई वर्षो से गीता को जन जन तक पहुंचाने की मुहिम में लगी है। और हरियाणा सरकार कुरुक्षेत्र और गीता को पूरे विश्व में स्थापित करने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में तीन वर्ष पूर्व गीता जयंती उत्सव को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की पहचान मिली।
जिस उत्सव में 2014 में चार से पांच लाख लोग शामिल हुए थे,उसी महोत्सव को अंतरराष्टीय स्तर का उत्सव मनाने के पहले ही चरण में 18 लाख,2017 में 28 लाख और 2018 में 40 लाख लोग कुरुक्षेत्र के इस गरिमामयी उत्सव में पहुंचे थे। इसमें जीओ गीता की प्रमुख भूमिका रही और पिछले तीन अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सवों में देश-दुनिया के विख्यात संतों के साथ भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मारीशस के राष्ट्रपति,तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई प्रदेशों के राज्यपाल और केंद्रीयमंत्री शामिल हुए थे।
उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में आय़ोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में दो बार पार्टनर कंट्री मारीशस रहा,जबकि तीन राज्य पार्टनर स्टेट रह चुके हैं। इसी दिश में गीता महोत्सव का विस्तार करते हुए इसे भारत से बाहर दूसरे देशों में भी बनाने की शुरुआत मारीशस के राष्ट्रपति के आग्रह पर केडीबी और सरकार के सहयोग से जीओ संस्था ने मारीशस में पहला इंटरनेशनल गीता महोत्सव 13 से 17 फरवरी 2019 तक आयोजित किया गया था। इसी श्रृंखला में 9 से 11 अगस्त तक लंदन में यह महोत्सव मनाया जा रहा है।
आल पार्टी पार्लियामेंट ग्रुप के चेयरमैन एवं ब्रिटिश सांसद वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि यह एतिहासिक पल हैं,जब इस हाल में गीता को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है,जिसमें विभिन्न देशों के उच्चायुक्त एवं राजदूत एवं कई बड़ी हस्तियों के अलावा प्रख्यात धर्मगुरु शामिल हो रहे हैं। हरियाणा के राज्यपाल विजय दहिया ने कहा कि कायक्र्रम का संचालन गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति डा.मार्कण्डेय आहुजा ने किया।
ब्रिटिश संसद के हाल में शंखनाद से हुआ गीता महोत्सव का शुभारंभ
ब्रिटिश पार्लियामेंट के एटली हाल में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ शंखनाद और गीता पर पुष्पांजलि अर्पण से किया गया और इसी के साथ कुरुक्षेत्र की महिमा को दर्शाती एक पुस्तिका और गीता,सरोपा और शाल कायक्र्रम के सभी अतिथियों को कुरुक्षेत्र के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने भेंट की।
ब्रिटिश संसद परिसर में आय़ोजित कार्यक्रम में इन्होंने की शिरकत
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर,राज्यपाल के सचिव विजय दहिया,गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति डा.मार्कण्डेय आहुजा, पानीपत की डीसी सुमेधा कटारिया,गुरुग्राम के लेबर कमिशनर डा.आरकेश सिंह, यूके गुरुद्वारा अमरदास के प्रतिनिध सग्गू जी, रविदास मंदिर साउथ हाल लंदन के प्रतिनिधि योगराज, मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेंद्र सिंह,रामवैद्य,केडीबी के मानद सचिव मदनमोहन छाबड़ा,सदस्य उपेंद्र सिंघल,विजय नरूला,लंदन के राममंदिर के महासचिव बालमुकुंद प्रसाद जोशी ने शिरकत की।