करनाल के सेक्टर-9 स्थित काेठी नंबर 928 में व्यापारी राहुल हौंडा कार शोरूम वालों के घर पर हुई लाखों की लूट की वारदात को अंजाम देने वाले चार में से दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। इन चारों आरोपियों की दोस्ती तिहाड़ जेल में हुई थी।
आरोपी सरवन और प्रेमपाल वासी पिरोरी थाना कम्पिल जिला फर्रुखाबाद यूपी हाल जीत राम काॅलोनी नोएडा काे पुलिस ने साेमवार काे मंगलौरा पुल से गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक देसी पिस्तौल, तीन जिंदा रौंद, एक कार आई-20 बरामद हुई है। पुलिस ने पूछताछ में आरोपियों से किराए के कमरे गिजोर सेक्टर-53 नोएडा से एक मोबाइल फोन, 6 लाख रुपए की नकदी और करीब 50 लाख रुपए के सोने, चांदी व हीरे के जेवर, सामान बरामद किया है। इतना ही हिस्सा फरार चल रहे दो मुख्य आरोपी सुरेंद्र मांझी व रणजीत के पास हो सकता है, क्योंकि पकड़े गए दोनों आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्होंने टोटल लूटे गए सामान के दो हिस्से किए थे। दूसरे हिस्से में वह दो थे और इस एक हिस्से में वह दोनों हैं। दोनों आरोपियों को अदालत के सामने पेशकर पुलिस ने छह दिन के रिमांड पर लिया है।
करनाल. सेक्टर-9 में लुट की वारदात देने वालों को पुलिस ने किया काबू व जानकारी देते हुए एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया।
लूटपाट की वारदात करने के लिए लगा था नौकर
21 मई को सेक्टर-9 के मकान नंबर-928 में ज्योति राव पत्नी कार्तिक राव ने शिकायत दी थी कि तीन से चार दिन पहले आए नौकर पवन (सुरेंद्र मांझी) ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसको व उसकी नौकरानी को पिस्तौल व चाकू की नाेक पर बंधक बनाया अाैर घर में लूटपाट की। एसपी ने बताया कि लूटपाट की वारदात के लिए आरोपी जानबूझकर नौकर लगा। मौका लगते ही वारदात कर गए। नौकर की पुलिस से वेरिफिकेशन करवाई जाती तो इसका क्रिमनल रिकॉर्ड सामने आता और यह वारदात से पहले ही पकड़ा जाता।
आधार में गलत नाम लिखवा आया था नौकर
एसपी सुरेंद्र भौरिया ने बताया कि सेक्टर-9 के घर में पवन नाम का युवक जो नौकर बनकर आया था उसका क्रिमनल रिकॉर्ड रहा है। आरोपी ने अपना फर्जी आधार कार्ड के साथ नाम भी गलत लिखवाया था। पवन के बजाए उसका असली नाम सुरेंद्र मांझी है, जो गांव बैलही जिला मधुबनी बिहार का रहने वाला है। इसी के गांव का आरोपी रणजीत भी वारदात में शामिल था। इन दोनों को पकड़ना शेष है। इनके पास रिकवरी भी की जानी है। दिल्ली की जिस सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से करनाल में आया है उस एजेंसी की लापरवाही की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को भेज दी है।
दोबारा वारदात करने आ रहे थे : एसपी
एसपी का कहना है कि सीआईए वन के दीपेंद्र राणा को सूचना मिली कि सेक्टर-9 में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के दो व्यक्ति बिना नंबर प्लेट की आई-20 कार में यूपी की ओर से मंगलौरा नाका से होकर करनाल की सीमा में आ रहे हैं। यह किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। उप-निरीक्षक नरेश कुमार व उनकी टीम ने मेरठ रोड पर मंगलौरा नाका के पास नाकाबंदी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
6 लाख की नकदी और 50 लाख के गहने बरामद, इतनी और रिकवरी पेंडिंग
तिहाड़ में सरवन व सुरेंद्र ने बनाई थी लूट की योजना
आरोपी सुरेंद्र मांझी पहले भी लूट मामले में गिरफ्तार हो चुका है, जो तिहाड़ जेल दिल्ली में बंद रहा। जेल में ही उसकी मुलाकात चोरी के मामले में बंद आरोपी सरवन से हुई और दोनों ने वहां से बाहर जाने के बाद किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। आरोपी सरवन गतवर्ष 2018 में जेल से बाहर आया था और आरोपी सुरेंद्र मांझी इसी वर्ष फरवरी में जेल से छूटा था।