कोहण्ड के खेतों में से एक डेड बाडी मिली थी, जिस पर खेत के मालिक अमजद रावल पुत्र मन्जुर अहमद वासी गांव कोहण्ड थाना घरौंडा जिला करनाल ने षिकायत दी, जिसकी षिकायत पर थाना घरौंडा में मुकदमा नं0- 159/14.03.19 धारा 302 भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक करनाल सुरेन्द्र सिंह भौरिया द्वारा मामले की गहनता को देखते हुए, मामले की जांच की जिम्मेवारी करनाल पुलिस की सी.आई.ए-02 टीम के इन्चार्ज निरीक्षक दीपक कुमार को सौंपी गई। जो निरीक्षक दीपक कुमार द्वारा उप-निरीक्षक षिवकुमार की अध्यक्षता में एक टीम का गठन कर मामलें की जांच के निर्देष दिए। जांच के दौरान पुलिस टीम द्वारा मृतक की षिखायत नीरज उर्फ नीरू पुत्र वेदप्रकाष वासी बापौली जिला करनाल के रूप में हुई।
मामले की गहनता से जांच के आधार पर बिती शाम दिनांक 08.03.19 को उप-निरीक्षक षिवकुमार व उनकी टीम द्वारा आई.टी.आई. चैंक के पास करनाल से नीरज की हत्या के आरोपीयों….. रणबीर सिंह पुत्र कृष्ण वासी रोलद लतीफपुर थाना मोहाना जिला सोनीपत हाल किरायेदार गली नं0-01 बागपति टीकरी कैलाष व सुरेन्द्र कुमार पुत्र रामजीत चैधरी वासी वार्ड नं0-14 खैरा टोला थाना नौतन दुबे जिला बैतिया पष्चिम चमपारण बिहार को नीरज की प्लेटिना मोटर साईकिल के साथ गिरफतार किया। आरोपीगण मृतक नीरज के दोस्त थे और उसके साथ ही फेरी लगाकर कपड़ा बेचने का कार्य करते थे।
इस प्रकार दिया वारदात को अंजाम…..
पुलिस पुछताछ पर आरोपीयों ने बताया कि दिनांक 13.03.19 को हम दोनों ने नीरज के साथ मिलकर कोहण्ड में शराब पी, शराब पिने के दौरान ही नीरज ने बातों-बातों में बताया कि उसके बैंक खाते में बहुत सारे पैसे हैं, आज खुब शराब पियेगें और यदि पैसों की आवष्यकता पड़ी तो ए.टी.एम. से ओर निकलवा लेगें। हमें पैसों की सख्त आवष्यकता थी और उसकी बातें सुनकर हमारे मन में लालच आ गया, जिसके कारण हमने उसे खुब दारू पिलाई और जब वह होष में नही रहा तो उससे झगड़ा कर उसकी बैल्ट से हमने उसका गला घोटकर उसकी हत्या कर दी और उसकी जेब से उसका ए.टी.एम. व उसका मोबाईल फोन निकाल लिया व उसका शव खेत में फेंक दिया। इसके बाद हमने नीरज के बैंक ए.टी.एम. का प्रयोग करके उसके खाते से 11,000 रूपये भी निकलवाए थे।
जो पुलिस टीम द्वारा आरोपीयों की गिरफतारी के साथ ही मृतक नीरज की मोटर साईकिल उनके कब्जे से बरामद की गई थी और आज दिनांक 09.04.19 को आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेषकर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा व आरोपीयों से पूछताछ कर अन्य बरामदगी व घटनास्थल की निषानदेही की जाएगी।