- यमराज जीवन दान नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों को दिया यातायात के नियमो का संदेश,
- वक्ता राजीव रंजन ने विद्यार्थियों को यातायात के नियमो की दी जानकारी।
करनाल 1 अप्रैल, पुलिस महानिरीक्षक यातायात एवं राजमार्ग डॉक्टर राजश्री सिंह के निर्देशन मेें जारी सड़क सुरक्षा अभियान का पड़ाव आज सोमवार को दयाल सिंह पब्लिक स्कूल मुख्य शाखा जरनैली कॉलोनी करनाल में रंग कर्मियों ने यमराज जीवनदान योजना डॉट कॉम नाटक का जीवंत मंचन करके विद्यार्थियों, शिक्षको व दर्शको को यातायात के नियमो के बारे में जानकारी दी।
इस मौके पर स्कूल की एकेडमी कोऑर्डिनेटर डॉ. रमेश लाठर ने कहा कि विद्यार्थियों के साथ-साथ समाज के हर व्यक्ति को अपने संस्कारो में सड़क नियमो को भी प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी विद्यार्थी बिना हेल्मेट के बाईक चलाते हुए यदि स्कूल आता है, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर प्रचार एवं कार्यक्रम अधिकारी यातायात एवं राजमार्ग कार्यालय के वक्ता राजीव रंजन ने कहा कि हरियाणा में प्रतिदिन लगभग 15 लोगो की जान जा रही है। पूरे वर्ष में यह आंक डा 5 हजार से अधिक है और इतने ही लोग दुर्घटना के कारण अपंग हो जाते हैं, जिनका जीवन दूसरो पर आश्रित हो जाता है।
ऐसे में हरियाणा के विद्यार्थी यातायात के नियम की पालना करते हुए जब सही दिशा में चलेंगे, तभी समाज सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक सड़क सुरक्षा को ज्ञान के सभी मंदिरो में अध्ययन का विषय बनाने के लिए एन.सी.आर.टी. और एस.सी.आर.टी. के माध्यम से पाठ्यक्रम तैयार करवाने का प्रस्ताव भेजा गया है, यदि उनके यह प्रयास सार्थक रहे तो भविष्य में यातायात के नियमो का दृढ़ता से पालन होता रहेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य सुषमा देवगोण ने कहा कि ड्राईवर एक संवेदनशील दायित्व है। थोड़ी सी लापरवाही खुद की और दूसरो की मृत्यु का कारण बनी सकती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में एन.सी.सी. की तर्ज पर पुलिस कैडेट कोर की स्थापना हम करेंगे। इस ईकाई का वार्षिक कैलेण्डर भी बनाया जाएगा। नाटक की निर्देशक रीता रंजन ने कहा कि यमराज नाटक की यह 125वीं प्रस्तुती है।
इस नाटक में दयाल सिंह स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने अभिनय से इस अभियान को जारी रखा। कार्यक्रम का संचालन डॉ. केवल कृष्ण ने किया। इस अवसर पर शिक्षक आरती, उपासना, शौभा बंसल, अशोक सेठी सहित सैकण्डो शिक्षिक व विद्यार्थी उपस्थित थे। इस नाटक मेें रंगकर्मी रविन्द्र, विशाल, विवेक, सोहन, सरिता, स्वाति, विकल्प, उद्भव ने जीवंत भूमिका निभाई।