करनाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आम आदमी को सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व डिस्पैंसरी स्थापित की गई हैं जोकि जनसंख्या के अनुसार पर्याप्त नहीं है, इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को आगे आना होगा तभी प्रदेश के करीब 2 करोड़ 70 लाख लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सकती हैं।
हरियाणा सरकार द्वारा डाक्टरों की संख्या को पूरा करने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को आईटीबी फाऊंडेशन श्रीराम ग्लोबल स्कूल में आयोजित एक मुहिम – एक लक्ष्य के तहत मेगा फ्री स्वास्थ्य जांच शिविर में हिस्सा लिया। इस शिविर की शुरूआत मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित करके की। इस शिविर में 1870 जरूरतमंद लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन है इस जन्मदिन के अवसर पर आईटीबी फाऊंडेशन द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाकर सेवा का काम किया है। उन्होंने इस पवित्र कार्य के लिए संस्था को बधाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन 17 सितम्बर से 25 सितम्बर तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इन दिनों में सेवा भाव के कार्य करवाए जाएंगे और जरूरतमंद लोगों को सामाजिक संस्थाओं को सेवा से जोड़ा जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाएं मनुष्य की मूलभूत आवश्यकता है। सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं कि हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएं परंतु डाक्टरों की कमी के कारण अभी काफी दिक्कत है। प्रदेश में 27000 डाक्टरों की जरूरत है जबकि अभी तक करीब 13000 डाक्टर सरकारी व प्राईवेट संस्थानों में काम कर रहे हैं। डाक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे, इससे आने वाले 10 सालों में डाक्टरों की कमी पूरी हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब परिवारों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए, स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में देश व प्रदेश का कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति न मरे इसके लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की है। इस योजना के तहत 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा किया जाएगा जिससे गरीब परिवार को अपने स्वास्थ्य के लिए कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि 23 सितम्बर को पूरे देश में इसकी शुरूआत होगी और बड़ी आसानी से इसका डाटा बेस तैयार करके जरूरतमंद को लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब भी हरियाणा सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में 570 दवाईयां दे रही है परंतु ओपीडी की संख्या लगातार बढ़ रही है इसको देखते हुए आईटीबी फाऊंडेशन जैसी संस्थाओं के सहयोग की जरूरत है।
आईटीवी फाऊंडेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर कार्तिग्य शर्मा ने मुख्यमंत्री का फूल मालाओं व मैमेंटो देकर स्वागत किया। आईटीवी फाऊंडेशन की चेयरपर्सन एश्वर्य शर्मा ने भी अतिथियों का स्वागत किया। आईटीवी नैटवर्क मल्टीमीडिया के चीफ एडिटर अजय शुक्ला ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देना आज के समय की जरूरत है।
सभी जरूरतें सरकार पूरी नहीं कर सकती, मानवता को मद्देनजर रखते हुए संस्थाओं का भी फर्ज है कि वह गरीबों की आवाज बनकर आगे आएं। आईटीबी फाऊंडेशन यह कार्य बेखूबी से कर रही है। उन्होंने बताया कि इससे पहले गोरखपुर व बठिंडा में भी ऐसे कैम्प लगाए जा चुके हैं। इन कैम्पों के माध्यम से हजारों लोगों को स्वास्थ्य लाभ दिया जा चुका है। स्कूल की प्रिंसिपल प्रतिभा गुप्ता ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया।
इस स्वास्थ्य जांच शिविर में मुख्यमंत्री ने शिविर का मुआवना किया। इस मौके पर घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, भाजपा के जिला अध्यक्ष जगमोहन आनंद, महासचिव योगेन्द्र राणा, विधानसभा तालमेल समिति के अध्यक्ष अशोक सुखीजा, पूर्व मेयर रेणू बाला गुप्ता व श्री रामचंद्र मैमोरियल हॉस्पिटल के डायरेक्टर डा. कमल चराय, श्री राम मैमोरियल स्कूल के चेयरमैन केके कक्कड़, सचिव रमेश ग्रोवर, डायरेक्टर संदीप कक्कड़, चेयरमैन सैफनिक्स सचिन गर्ग उपस्थित थे।