विर्क अस्पताल में शुक्रवार को सेमिनार लगाकर खिलाडिय़ों व प्रशिक्षकों को खेल के दौरान खिलाड़ी को लगने वाली चोट के कारणों और इलाज के प्रति सचेत किया गया। सेमिनार का उदघाटन जिला खेल अधिकारी अनिल कुमार ने किया। विर्क अस्पताल के संचालक डा. बलबीर सिंह ने खिलाडिय़ेां और प्रशिक्षकों को चोट से बचने के टिप्स दिए। चोट लगने पर जल्द से जल्द डाक्टर से परामर्श लेने की सलाह दी।
बलबीर सिंह विर्क ने कहा कि खेल का चयन अपनी बॉडी के हिसाब से करना चाहिए। अगर किसी खेल को आपका शरीर स्पोर्ट नहीं कर रहा तो वह खेल कभी नहीं खेले। इससे आपका शरीर खराब होता है और खेल में करियर भी नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि हमें विदेशी खिलाडिय़ों की तर्ज पर व्यवस्थापूर्ण तरीके से आगे बढऩा चाहिए। पहले स्वयं को फिट करे और फिर उसी के अनुसार खेल का चयन करे। विर्क ने खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से खिलाडिय़ों को लगने वाली चोटों की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कई चोटों का इलाज बिना आप्रेशन के भी हो सकता है। चोट लगने पर विशेषज्ञ डाक्टर की सलाह लें। बलबीर सिंह विर्क ने खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों के लिए अस्पताल में निशुल्क जांच करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि कर्ण स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ी और प्रशिक्षकों की विर्क अस्पताल में निशुल्क जांच की जाएगी। बड़े टेस्ट सरकारी दामों पर किए जाएंगे। विर्क अस्पताल की ओर से 15 अगस्त 2018 से 15 अगस्त 2019 तक यह सुविधाएं दी जाएंगी।
न्यूरोसर्जन अश्वनी कुमार, अमनप्रीत, नेत्रपाल रावल व प्रदीप टिन्ना ने भी खिलाडिय़ों के साथ अपने अनुभव सांझा किए। इस मौके पर जिला खेल अधिकारी अनिल कुमार ने विर्क अस्पताल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बलबीर ने काफी अच्छी बातें खिलाडिय़ों के हित में बताई है। खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों की निशुल्क जांच सराहनीय कदम है।
इस अवसर पर सतीश कुमार, नीरज सिंह, सुरेंद्र प्रताप, रिषी कुमार, नवीन कुमार, खुशवंत सिंह, उपेंद्र कुमार, अमित कुमार, सुलतान सिंह, जितेश कपूर, सत्यवीर सिंह, मोनिका, लवलीन गाबा, गीता, रोमियो मोकल, सुरेंद्र, रीतू, राज रानी व प्रवेश गाबा मौजूद रहे।