सी.एम. सोशल मिडिया ग्रीवेंस ट्रैकर (एस.एम.जी.टी.) पर जनता द्वारा ट्वीट की गई शिकायतों का समाधान करने में करनाल अपनी हाई परफोर्मेंस के चलते प्रदेशभर में लगातार सातवीं बार टॉप रैंकिंग पर बना हुआ है। इस उपलब्धि के लिए वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में चण्ड़ीगढ मुख्यालय से मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव राकेश गुप्ता ने एक विडियो कॉन्फ्रैंस में भिन्न-भिन्न जिलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा के दौरान बहुत बढिया कहकर उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया की सराहना की और कहा कि दूसरे जिले भी ऐसी ही कार्यशैली अपनाएं।
यह सब कैसे हुआ
बता दें कि 1 फरवरी 2018 से 15 मार्च 2018 की अवधि में एस.एम.जी.टी. के माध्यम से 60 शिकायतें प्राप्त हुई। प्रशासन की सजगता व तत्परता से मात्र 22 घण्टों की अवधि में सभी का निस्तारण कर दिया गया। ऐसा करके करनाल का स्कोर प्रदेशभर में सर्वाधिक 95 रहा, सोनीपत 94 के स्कोर से दूसरे ओर 93 के स्कोर से अंबाला तीसरे पायदान पर रहा।
दूसरी ओर सी.एम. विंडो के माध्यम से शिकायतों के समाधान को लेकर करनाल प्रदेश स्तर पर द्वितीय स्थान पर है। हालांकि ऐसी शिकायतों के समाधान में करनाल जिला कम्पोजि़ट यानि समग्र तथा टाईम डिस्पोज़ल में यमुनानगर के समकक्ष है, लेकिन सरकार को ऑनलाईन रिपोर्ट के प्रेषण में छोटी-छोटी त्रुटियों से ऐसा हुआ है।
विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पी.एन.डी.टी. व पोस्को एक्ट के तहत की गई कार्यवाही की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने अतिरिक्त प्रधान सचिव को बताया कि फरवरी 2018 में पोस्को एक्ट के तहत करनाल जिला में 8 मामलों में से 4 में दोषी व्यक्तियों को सजा दिलवाई गई। एक मामले में पुर्नविचार के लिए न्यायालय में अपील डाली गई, जबकि 3 मामलों में ग्वाह द्वारा अपने ब्यानो से मुकर जाने पर धारा 340 के तहत कार्यवाही करने बारे दरख्वास्त दी गई हैं।
पी.एन.डी.टी. के तहत भी चालू मास में करनाल ने कई उपलब्धियां हासिल की। अलग-अलग तरह से प्राप्त सूचनाओ के आधार पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 3 मामलों में छापेमारी करके दोषी व्यक्तियों के खिलाफ एफ.आई.आर. करवाकर न्यायालय से सजा दिलवाई गई। इनमें 1 मामला तरावड़ी, दूसरा नीलोखेड़ी और तीसरा दरड़ गांव से सबंधित है। दोषी व्यक्तियों के खिलाफ गर्भपात करने की किट बरामद हुई थी। उपायुक्त ने बताया कि सरकार के बेटी बचाओ – बेटी पढाओ अभियान के तहत इस तरह के मामलों में प्रशासन की कार्यवाही भविष्य में भी जारी रहेगी।
समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक जे.एस. रंधावा, अतिरिक्त उपायुक्त निशांत यादव, करनाल व घरौण्ड़ा के एस.डी.एम., नगराधीश के अतिरिक्त सिविल सर्जन, उप सिविल सर्जन, जिला न्यायवादी, डी.आई.ओ. महीपाल सीकरी व सी.एम.जी.जी.ए. कुमारी शैलिजा भी उपस्थित थी।