देश की दूसरी श्वेत क्रांति के अग्रदूत के रूप में कार्य करें भावी वैज्ञानिक : केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, एनडीआरआई में किया गया 16वें दीक्षांत समारोह का आयोजन, केंद्रीय कृषि मंत्री ने की शिरकत, 276 विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्रियां, बोले एनडीआरआई संस्थान है देश का गोरव, तिन वर्षी में दूध के उत्पादन में हुई 20 फीसदी की वृद्धि।
नई नई रिसर्च और दूध के क्षेत्र में पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाला राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान में 16वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया, जिसमे केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की और 276 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की जिसमे बी.टैक के 25, मास्टर के 145 तथा पीएच.डी के 106 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की !
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज से आप सब विद्यार्थी, डेरी के क्षेत्र में प्रशिक्षित नव युवा के रूप में जाने जाओगे ! अब आपको देश की दूसरी श्वेत क्रांति के अग्रदूत के रूप में अपने ज्ञान और कौशल को राष्ट्रहित में समर्पित करना है। मिडिया से बातचीत में मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि पिछले 20 वर्षों से हमारा भारतवर्ष दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश रहा है !
इस उपलब्धि को हासिल करने में एनडीआरआई जैसे अनुसंधान सस्थानों का योगदान रहा है, पिछले 3 वर्षों में दूध उत्पादन के क्षेत्र में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है वही किसानो के आंदोलन के सवाल पर केंद्रीय कृषि मंत्री बचते हुए नजर आए और बीना जवाब दिए ही आगे की तरफ चल पड़े ! वही इसके बाद केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने करनाल के केंद्रीय भू लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल सीएसएसआरआई के किसान मेले के कार्यक्रम में भी शिरकत की जहा पर कृषि मंत्री ने किसानो को सम्मानित भी किया !