नगर निगम आयुक्त डॉ. प्रियकंा सोनी के आदेशानुसार, निगम की टीम द्वारा आज कम्बोपुरा गांव में 2 बीघा जमीन पर अनाधिकृत रूप से बनाए गए मैडिकल गैस प्लांट को सील करने की कार्यवाही अमल में लाई गई।
इस सबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए निगम आयुक्त ने बताया कि कुरूक्षेत्र के सैक्टर-5 निवासी रमेश अग्रवाल द्वारा विगत में नगर निगम कार्यालय करनाल में कुरूक्षेत्र निवासी सुशील कुमार गुप्ता के विरूद्ध एक शिकायत दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि गुप्ता द्वारा कम्बोपुरा गांव में जो मैडिकल गैस प्लांट लगाया गया है, वह अधिकृत रूप से नहीं लगाया गया है, ना ही उसे लगाने के लिए निगम से अनुमति ली गई है। यही नही उपरोक्त स्थल कॉमर्शियल जोन में आता है, जहां इस तरह का गैस प्लांट लगाने की अनुमति नहीं होती।
उन्होने बताया कि रमेश अग्रवाल की इस शिकायत के बाद बीती 18 फरवरी 2016 को उपरोक्त गैस प्लांट की बिल्डिंग नगर निगम द्वारा सील कर दी गई। इसके पश्चात सुशील गुप्ता द्वारा उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई, जिसका 21 मार्च 2017 को निपटारा कर दिया गया। इसमें स्पष्ट किया गया था कि प्रार्थी के सी.एल.यू. आवेदन पर सक्षम अधिकारी यानि सी.एम.सी. स्पीकिंग ऑडर दें, कि सी.एल.यू. दिया जा सकता है या नहीं।
सी.एम.सी. के स्पीकिंग ऑडर में स्पष्ट किया गया था कि कॉमर्शियल जोन में मैडिकल गैस जैसा प्लांट नहीं लगाया जा सकता। इसके पश्चात शहरी स्थानीय निकाय निदेशक ने स्पीकिंग ऑडर के आधार पर बीती 8 फरवरी 2018 को अपने आदेश पारित कर सी.एल.यू. आवेदन को रिजेक्ट कर दिया। यहां यह भी उल्लेखनीय कि रमेश गुप्ता द्वारा सी.एम. विंडो पर एक शिकायत दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि नगर निगम कम्बोपुरा स्थित मैडिकल गैस प्लांट के अवैध निर्माण को लेकर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा।
इस पर निगम आयुक्त द्वारा सुशील गुप्ता को 16 फरवरी 2018 को अपना पक्ष रखने के लिए बुलवाया गया, परन्तु सुशील गुप्ता द्वारा कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। परिणामस्वरूप आयुक्त ने 7 मार्च को उपरोक्त बिल्डिंग सील करने की कार्यवाही के आदेश पारित कर दिए, जिस पर बुधवार को कार्यवाही की गई।
आयुक्त के आदेशानुसार निगम के डी.टी.पी. धर्मपाल सिंह टीम को लेकर कम्बोपुरा गांव में गए। इस कार्यवाही के लिए उपायुक्त द्वारा एस.डी.एम. करनाल नरेन्द्र पाल मलिक को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। घरौण्ड़ा के डी.एस.पी. विरेन्द्र कुमार और एस.एच.ओ. मधुबन राजीव कुमार भी कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए टीम के साथ थे। इस प्र्रकार ड्यूटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में सीलिंग की कार्यवाही अमल में लाई। आयुक्त ने बताया कि सारी कार्यवाही शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गई।