बुद्धा कॉलेज ऑफ एजूकेशन के प्रांगण में ‘स्काऊट एंड गाइडंस’ के तत्वाधान में आयोजित बेसिक प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह बडी धुमधाम से मनाया गया। इस बेसिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जिला शिक्षा अधिकारी, श्रीमती सरोज बाला गुर तथा विशिष्ट अतिथि के रुप में सोनू बजाज, सी.ई.ओ. जिला परिषद्, करनाल ने शिरक्त की। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिजनों को बुक्के देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान अनिल कौशिक(राज्य संगठन आयुक्त, स्काऊट, अम्बाला) ने छात्रों को बताया कि स्काऊट नवयुवकों को बहादुर, फुर्तीले, सक्रिय, बुद्धिमान, अग्रगामी तथा दूरदर्शी नागरिक बनाने वाली संस्था है। यह समय का सदुपयोग कर उत्तम नागरिकता की पाठशाला है। कार्यक्रम का संचालन श्री सियाराम ने किया। स्काऊट के सदस्यों ने शिविर में छात्रों को धवज शिष्टाचार, गांठ बांधना, रस्सी बाधंना, टैन्ट लगाना, प्राथमिक उपचार, प्राकृतिक आपदा से बचना, समूह शैक्षिक खेल भी सिखाया। उन्होंने छात्रों के समूह बनाकर भारतीय व्यंजनों की प्रतियोगिता करवाई और छात्रों व शिक्षकों ने भारतीय व्यंजनो का स्वाद चखा।
प्रतियोगिता में अधिकतर भारतीय पारम्परिक व्यंजनों को बनाया गया व सुव्यवस्थित तरीके से परोसा गया। इस प्रतियोगिता को करवाने का उद्देश्य पौष्टिक एवं संतुलित भोजन के लिए प्रेरित करना था। जिला शिक्षा अधिकारी, सरोज बाला ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्काऊट प्रंसन्नतादायक वातावरण में मनोवैज्ञानिक प्रगतिशील प्रशिक्षण है। यह व्यक्ति का चारित्रिक, शारीरिक, बौद्धिक विकास कर समाजसेवा और देश के प्रति कर्तव्यबोध कराने वाली अद्वितीय संस्था है। यह भाईचारे तथा विश्व बन्धुतत्व का पाठ पढाती है।
डॉ. मौ. रिजवान ने कहा कि स्काऊटिंग युवाओं में बाल्यकाल से ही कुशलताप्रभावी गुणों का बीजारोपण कर व्यक्तित्व के मूल्यांकन में अभिवृद्धि करता है। स्काऊटिंग सदैव ही व्यक्ति में साकारात्मक विचार विकसित करती है। निदेशक नितेश गुप्ता ने कहा कि अनुशासन, देश सेवा, परिश्रम की भावना के लिए यह प्रशिक्षण आवश्यक है। यह छात्रों को सुव्यवस्थित जीवन शैली देकर मन-मस्तिष्क को नियन्त्रण कर उसे साकारात्मक ढंग से आगे बढने की क्षमता प्रदान करती है। कार्यक्रम के अन्त में सभी छात्रों को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र तथा मुख्य अतिथि सरोज बाला तथा अन्य स्काऊटिंग ट्रेनिंग अधिकारियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया