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करनाल/दीपाली धीमान : स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र ने कहा कि हरियाणा स्वच्छता अभियान को लेकर गंभीरता से कार्य कर रहा है। स्वच्छता व्यवहार का विषय है, जब तक यह हमारे व्यवहार का विषय नहीं बनेगा तब समाज और वातावरण में बदलाव नहीं आएगा। स्वच्छता कहने से नहीं करने से आएगी सभी अधिकारी व कर्मचारी पूरी ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करें, ताकि इस सफाई अभियान को सफल बनाया जा सके।
स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र वीरवार को पंचायत भवन के सभागार में स्वच्छता जागरूकता कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे स्वच्छता अभियान में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें तथा वार्ड व गांव स्तर पर कमेटियां बनाएं, जिनमें स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों, एनएसएस, एनजीओ, धार्मिक संतों, भूतपूर्व सैनिकों, खिलाडिय़ों, कलाकारों व जनप्रतिनिधियों को शामिल करें। जितना बड़ा स्वरूप होगा उतने ही बड़े परिणाम भी हासिल होंगे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता व स्वच्छ जल की मुहिम शुरू करें।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एक आह्वान पर सभी देशवासियों ने वर्ष 2014 से देश को स्वच्छ बनाने का बीड़ा उठाया। प्रधानमंत्री के इस अभियान को हरियाणा प्रदेश में शुरू करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी श्रमदान करके नागरिकों को स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित किया है। परिणामस्वरूप हरियाणा प्रदेश ने दो बार देश में स्वच्छता के नंबर-वन पायदान पर अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का लोकप्रिय विषय है, इसी के चलते उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सफाई अभियान को देश व प्रदेश स्तर पर गति प्रदान की है। हमें यह गति जिला स्तर पर भी लेकर आनी है, इसके लिए हर वार्ड में ब्रांड अम्बेसडर चयनित करना है और उनको इस अभियान से जोडक़र लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करना है।
उन्होंने कहा कि हमें शहर की सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक, व्यवसायिक संस्थाओं को सफाई अभियान में जोडऩा होगा। जनभागीदारी से इस सफाई अभियान को निरंतर जारी रख सकते हैं। मीडिया के साथ-साथ स्कूल व कॉलेजों के विद्यार्थियों को इस अभियान में जोडऩा चाहिए। अधिकारियों व कर्मचारियों को जो भी जिम्मेदारी दी जाती है, उनका निर्वहन अच्छी तरह से किया जाए। कार्य में कोई भी लापरवाही न बरती जाए। हमारा मकसद है कि पूरा जिला स्वच्छ हो। नागरिकों को अच्छी सुविधाएं प्रदान करना भी हमारी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेकर कार्य करना चाहिए। सफाई अभियान निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, इसलिए इसके प्रति जीवन भर प्रतिबद्घ रहना होगा।
उन्होंने सीईओ जिला परिषद को कहा कि गांव को साफ-सुथरा बनाना हमारी ड्यूटी है यह हमारा कर्तव्य भी, इसलिए ग्राम स्तर पर ग्राम सचिवों को स्वच्छता के इस अभियान में नोडल अधिकारी बनाना सुनिश्चित करें व सफाई अभियान को प्राथमिकता से लें। उन्होंने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य बीडीपीओ के माध्यम से करवाया जा रहा है, इसलिए वह इस कार्य को पूरी जिम्मेदारी से करें। वहीं पंचायती राज विभाग द्वारा तरल कचरा प्रबंधन कार्य किया जा रहा है, जो कार्य लंबित पड़ें हैं, उन्हें समयबद्ध पूरा करना सुनिश्चित करें। ऐसे स्थानों पर अधिकारियों के साथ-साथ मीडिया की विजिट भी करवाना सुनिश्चित करें।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों गांव व शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने के कार्य व सफाई के बारे में पूर्ण फीडबैक ली । उन्होंने कहा कि गांव गढ़ी जाटान मे प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट को पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में बनाया जा रहा है। यदि यह सफल होगा तो जिला के सभी ब्लॉकों में यह प्रोजेंकट शुरू किया जाएगा।
उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि जिला टास्क फोर्स की मीटिंग हर माह आयोजित करवाई जाए, जिसमें अधिकारियों के साथ-साथ गैर सरकारी सदस्यों, सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक लोगों को भी बुलाया जाए। स्वच्छता अभियान विषय पर शहरी क्षेत्र की बैठक प्रथम सप्ताह में तथा ग्रामीण की दूसरे सप्ताह में आयोजित करना सुनिश्चित करें।
इस मौके पर नगर निगम आयुक्त डॉ वैशाली शर्मा, अतिरिक्त निगम आयुक्त अशोक कुमार, सीईओ जिला परिषद गौरव कुमार, स्टेट लेवल टास्क फोर्स के मीडिया कोऑर्डिनेटर पवन शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।