December 22, 2024
sept15.4

करनाल/दीपाली धीमान : पर्यावरण संरक्षण समिति (रजि.)करनाल की मासिक मीटिंग आर्य समाज मन्दिर सैक्टर-13 में सम्पन्न हुई। मीटिंग में पौधारोपण कार्यक्रम के साथ-साथ कुछ अन्य विशेष मुद्दों पर भी चर्चा हुई। समिति ने आने वाले दिनों में सैक्टर-6 ग्रीन बैल्ट, ओल्ड हाऊसिंग बोर्ड के पार्कों में, सैक्टर-13 के पार्क में कई स्थानों पर पौधारोपण का कार्यक्रम बनाया।

इन स्थानों पर फलदार पौधे आम, जामुन, आंवला, पुत्रोजीवा, अमरूद, नीम, गुलमोहर एवं तुलसी के पौधे लगाए जाएंगे। मीटिंग में पर्यावरण संरक्षण समिति का संजीवनी मैगजीन नामक अगला अंक छपवाने का निर्णय लिया गया, जिसमें पर्यावरण संंबंधित मुख्य उद्देश्य वृक्षारोपण, स्वच्छता रखने, जल बचाने एवं हवन यज्ञ द्वारा वायुमंडल शुद्धिकरण आदि के बारे में लोगों को जागरूक किया जायेगा।

समिति अध्यक्ष ने बताया कि अनुसंधानों के अनुसार बागवानी एवं वृक्षारोपण से मानसिक बीमारियों से पीडि़त व्यक्ति भी स्वस्थ हो जाते हैं। लंदन की एक यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार मानसिक रोगियों के ईलाज के लिए काफी रोगियों पर एक महीना प्रयोग किया गया और 8000 डिपे्रेशन पीडि़त, डायबिटिज, ब्लडप्रेशर एवं सरवाईकल से पीडि़त बीमारों को बागवानी एवं वृक्षारोपण के कार्यों में लगाकर प्रयोग किया गया उनसे बागवानी करवाई गई एवं वृक्षारोपण करवाया गया।

उसके पश्चात उनका दोबारा चैकअप किया गया तो उनमें से लगभग 7000 बीमार ठीक हो गए थे। ये प्रकृति का नियम है कि यदि हम खुली हवा में क्रियाशील रहेंगे तो हम खुली सांस लेंगे और हमारे फेफड़े और हृदय स्वस्थ रहेंगे।

यह एक आयुर्वेद का सिद्धांत है कि यदि हम खुली हवा में सैर करेंगे, पेड़-पौधे लगाएंगे और पेड़-पौधों से निर्मित औषधियों का प्रयोग करेंगे तो हम बीमार नहीं होंगे। इसलिए समिति सभी लोगों को मशवरा देती है कि वे पेड़-पौधे लगाएं और खुले वातावरण में सैर करें और स्वस्थ रहें।

इस मीटिंग में समिति चीफ पैट्रन कंवल भसीन, वरिष्ठ उप्रधान रामरतन अत्री, प्रधान एस.डी. अरोड़ा, महासचिव के.एल. नारंग, अनिल कुमार अरोड़ा, हेमराज मित्तल, डॉ. पुष्पा सिन्हा, ओ.पी. सचदेवा पैट्रन, बाबू राम शर्मा, अर्जुन देव वर्मा, हरदयाल कथूरिया, पूर्णचंद बजाज, हरिताभ भारती एवं कशमीरी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.