सोमवार को के.वी.ए.डी.ए.वी.महिला महाविद्यालय, करनाल में इकाई-I व II द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर के दूसरे दिवस पर दिन का शुभारम्भ प्राध्यापिकाओ एवं स्वयं सेविकाओ ने गायत्री मंत्र और ओमकार ध्वनि का उच्चारण करके किया। इसके पश्चात पंडित राजीव आर्य ने पहले दो दिन कि तरह वातावरण शुद्धिकरण हेतु यज्ञ आयोजन किया। शिविर के प्रथम चरण में रेड क्रॉस सोसाइटी से आये धीमान द्वारा छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा तथा होम नर्सिंग प्रशिक्षण प्रदान किया गया जिसमे उन्हें बताया गया कि हड्डी टूटने पर घायल व्यक्ति को किस प्रकार प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करनी चाहिए। छात्राओं को कुछ महत्वपूर्ण विषयो के बारे मे अवगत करवाया गया जैसे हड्डी कितने प्रकार से टूट सकती है और किन कारणों से टूट सकती है। इसके पश्चात स्वयं सेविकाओ को डिजिटिकरण पे सर्वेक्षण हेतु रेलवे रोड मार्किट करनाल मे ले जाया गया, जहां पर उन्होंने दूकानदारो से वार्तालाप कि और उन्हें डिजिटिकरण कि आवश्यकता के बारे मे जागरूक करवाया।
इसके बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के भूभौतिकी विभाग से आए डॉ मनीषा के द्वारा “आपदा प्रबंधन और प्राकृतिक संसाधन संरक्षण” विषय पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार समझदारी से प्राकृतिक ससाधन का प्रयोग करके हम उन्हे आने वाली पीड़ियो के लिए बचा सकते है। शिविर के दूसरे चरण में स्वयं सेविकाओं और प्राध्यापिकाओ ने माता प्रकाश कौर कल्याण संस्था मे जा कर गूगें और बहरे बच्चो से बहुत ही प्यार से बातचीत की और उनका मनोबल बढ़ाया। इसके पश्चात पिडिलाइट कम्पनी से पधारे अलका जैन ने छात्राओं को घर में पड़ी हुई अपशिष्ट वस्तुओं की मदद से आकर्षक फोटोफ्रेम और पेन स्टैंड बनाने सिखाये। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की सलाहकार समिति की सदस्याओं सुनीत भंडारी, डॉ. साबिरा शर्मा, संयोजिकाओं श्वेता धवन, डॉ. नादिया चौहान, अन्य सदस्याओं मोनिला बंसल, डॉ.मणिका बतरा एवं गगनदीप ने सक्रिय योगदान दिया।