निगम आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने मंगलवार को शहर के मेजर प्रोजेक्ट्स का खुलासा करते हुए बताया कि सबसे बड़ी परियोजना अमृत के तहत होने वाली सीवरेज व्यवस्था तथा बरसाती पानी की निकासी से जुड़ी है। इसके तहत 178 करोड़ रूपये सीवरेज व्यवस्था पर और 80 करोड़ रूपये जल निकासी की ड्रेनो के निर्माण पर खर्च होंगे। दोनो परियोजनाओं पर काम शुरू हो गया है। स्ट्रोम वाटर निकासी का कार्य आगामी 18 महीनों में तथा सीवरेज लाईनें व इसके साथ 2 ट्रीटमेंट प्लांट के कार्य आगामी 24 महीनों में पूरे होंगे। दोनो परियोजनाएं भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं तथा इनके पूरा हो जाने से शहर के बाहरी इलाके विशेषकर कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होने बताया कि स्मार्ट सिटी में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाने की परियोजना पर काम शुरू होने जा रहा है। इनमें 101 कैमरे फिक्स तथा 27 घूमने वाले रहेंगे, ताकि शहर की हर गतिविधि को आसानी से देखा जा सके। इस कार्य पर करीब 9 करोड़ रूपये की लागत आएगी। इसमें 3 करोड़ रूपये कैमरों की मेन्टेनेन्स के लिए तथा 6 करोड़ रूपये इन्स्टालेशन की लागत शामिल है। इसमें कम्पनी की ओर से एक साल का गारन्टी पिरियड और 5 साल की वारन्टी भी शामिल है। साथ ही आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आगे बताया कि शहर से जुड़ी एक अन्य महत्वपूर्ण परियोजना के तहत क्लॉक टावर के पास नगर निगम के ओल्ड बिल्डिंग स्थल पर नई बहुमंजिला ईमारत विकसित की जाएगी। इस पर 38 करोड़ रूपये की धनराशि खर्च होगी, जिसकी सरकार से प्रशासकीय स्वीकृति हो चुकी है। नए भवन की ड्राईंग भी बनाई जा चुकी है। इसी प्रकार शहर के जुण्डला गेट स्थित ई.ओ. के पुराने आवास स्थल पर निगम अधिकारियों के लिए फ्लैट्स बनाए जाने की योजना है। इस पर अनुमानि 5 करोड़ 38 लाख रूपये की राशि खर्च होगी। ग्राउण्ड फ्लौर पर पार्किंग और उसके ऊपर 5 मंजिला ईमारत में थ्री बैडरूम सैट के 8 फ्लैट्स बनेगे। इस कार्य की टैण्डरिंग प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है तथा फरवरी तक निर्माण कार्य शुरू हो जाने की उम्मीद है।
उन्होने बताया कि सैक्टर-12 में नगर निगम के नए भवन का स्ट्रक्चर बनाया जा चुका है, जिस पर 4 करोड़ रूपये की राशि खर्च हुई है। भवन के अन्दर इंटीरियर कार्य का वर्क अलॉट हो चुका है, एजेंसी द्वारा जिसकी ड्राईंग व एस्टीमेट बनाए जा रहे हैं। एस्टीमेट बनते ही इसके टैण्डर लगाए जाएंगे और इंटीरियर के कार्यों पर 10 से 15 करोड़ रूपये की धनराशि खर्च होगी। निगम आयुक्त ने बताया कि शहर से जुड़ी एक अन्य महत्वपूर्ण परियोजना के तहत मुगल कैनाल को फेज़ 2 व 3 के तहत विकसित किया जाएगा। यह परियोजना करीब 500 करोड़ रूपये की है। इसके तहत कैनाल की पूर्वी साईड पर राजपुताना शैली, बुद्धिष्ठ, ओल्ड हिन्दू स्टाईल और आधुनिक वास्तुकला के नक्शे से निर्माण किए जाएंगे तथा खूबसूरत पार्क और पार्किंग को भी विकसित किया जाएगा। पश्चिमी साईड पार्किंग के लिए रहेगी। उन्होने बताया कि फिलहाल इसकी ड्राईंग बनाई जा चुकी है।