करनाल/कीर्ति कथूरिया : पुलिस अधीक्षक करनाल दीपक सहारन भा.पु.से. के आदेशों व दिशा निर्देशों अनुसार युवओं को नशे से दूर रखने व उनमें खेलों के महत्व की प्रकाष्टा को बढ़ाने के लिए जिला पुलिस द्वारा थाना स्तर पर थाना मधुबन के गांव कुटेल, बसताड़ा, उंचा समाना, बड़ौता, खरकाली, बजीदा, झींवरहेड़ी में अलग-अलग खेलों वालीबाल, बैडमिंटन, बाकसिंग, फुटबाल व क्रिकेट का आयोजन किया गया।
थाना सदर के गांव दादूपूर में वालीबाल, थाना तरावड़ी के गांव शेखनपूर में कबड्डी, थाना घरौंडा में कस्बा घरौंडा में कुश्ती, थाना इन्द्री के गांव जैनपूर में वालीबाल, थाना निसिंग के गांव गोंदर में वालीबाल, थाना मुनक के डेरा मुनक में वालीबाल और थाना निगदू के गांव सांभली में क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। जिनमें हर गांव के युवा लड़के लड़कीयों ने पूरे उत्साह के साथ अपनी भागीदारी अंकित की।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक करनाल ने बताया कि करनाल नशा मुक्त अभियान के तहत युवाओं को नशे से दूर रखने व खेलों के प्रति उनकी रूचि बढ़ाने के लिए इन खेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंनें कहा कि एक व्यक्ति का सम्पूर्ण जीवन तन और मन रूपी गाड़ी से चलता है, व्यायाम और खेल व्यक्ति का शारीरिक विकास करते हैं।
उन्होंनें कहा कि किताबी ज्ञान जीवन में बहुत जरूरी है किंतु अच्छे व्यक्तित्व के निर्माण के लिए इतना पर्याप्त नही है, अच्छा व्यक्तित्व बनाने के लिए जीवन में खेलों का होना भी अति आवश्यक है। एक अच्छा खेल व्यक्ति में वफादारी व अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक रहने के गुणों का विकास करता है, जब दो टीमों या दो खिलाड़ीयों के मध्य मुकाबला होता है तो निश्चित रूप से उसमें एक ही टीम को विजय मिलती है तथा एक को हार का सामना करना पड़ता है।
खेल हमें हार व जीत दोनों को एक ही तरह से लेने की सीख देते हैं, हमें जितना जीत से प्रसन्न होना चाहिए उतना ही हममें हार को स्वीकार करने का गुण होना चाहिए। अंत में उन्होंनें कहा कि खेल कूद हमें अनुशासन सिखाते हैं और यह एक व्यक्ति के जीवन का सबसे अहम गुण होता है, क्योंकि यह गुण हमारे चरित्र को एक नया रूप देता है।
इसके अतिरिक्त इस परियोजना के अध्यक्ष उप पुलिस अधीक्षक करनाल सोनू नरवाल ह.पु.से. ने भी क्षेत्र के कई गांव कुटेल, बसताड़ा, उंचा समाना और बजीदा के खेल मैदानों को दौरा किया और युवाओं को खेलों को अपनी दिनचर्या में अपनाकर जीवन को सुगम और सरल बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंनें कहा कि खेल हमारे दृष्टिकोण को विस्तृत करते हैं।
जीवन में अक्सर हम खेल के महत्व पर ध्यान नहीं देते हैं जबकि खेल शरीर में तंदरुस्ती लाने के साथ साथ हमें मानसिक रूप से भी परिपक्व बनाते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में खेल अवश्य खेलते रहना चाहिए व उन्होंनें कहा कि जिला पुलिस की यह मुहिम भविष्य में भी निरंतर चलती रहेगी और मै भी आप लोगों के बीच इसी प्रकार से पहुंचता रहुंगा।