करनाल/कीर्ति कथूरिया : मंडल आयुक्त करनाल डॉ रेनू एस. फुलिया ने वीरवार को तरावड़ी अनाज मंडी पहुंच कर गेहूं खरीद कार्य का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद का कार्य सुचारू रूप से जारी रहे। किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न आने दें तथा गेहूं उठान के कार्य में तेजी लाएं।
मंडल आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान तरावड़ी मंडी में गेहूं की नमी व तुलाई चेक करवाई तथा आढ़तियों व किसानों से भी बातचीत की और कहा कि गेहूं खरीद कार्य के दौरान कोई दिक्कत तो नहीं है, इस पर किसानों व आढ़तियों ने कहा कि मंडी में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है।
सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा गेहूं खरीद का कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मौसम खराब होने के दृष्टिगत मंडियों में पर्याप्त मात्रा में तिरपाल इत्यादि का समुचित प्रबंध किया जाए।
इस मौके पर डीएमईओ सौरभ चौधरी ने बताया कि जिला की विभिन्न मंडियों एवं खरीद केंद्रों पर गत दिवस तक 3 लाख 90 हजार 939 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई। इसमें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा एक लाख 56 हजार 936 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा दो लाख एक हजार 518 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयर हाऊस कार्पोरेशन द्वारा 32 हजार 485 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई।
व्यापरियों द्वारा 2 हजार 580 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा अब तक 51 हजार 729, हैफेड द्वारा 67 हजार 180 और हरियाणा वेयर हाऊस कार्पोरेशन द्वारा 8 हजार 195 मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि गत दिवस तक तरावड़ी मंडी में 44 हजार 523 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई जिसमें से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 20 हजार 98 मीट्रिक टन व हैफेड द्वारा 24 हजार 425 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया।
आयुक्त ने किसानों से अपील की है कि क्रमानुसार ही गेहूं को मंडी में लेकर आए ताकि एजेंसियों एवं आढ़तियों को खरीद में कोई परेशानी ना हो। उन्होंने यह भी अपील की कि खेतों में फसल कटाई के बाद फानों में आग न लगाएं। आग लगाने से प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है और जमीन की उर्वरा शक्ति भी कम होती है। साथ ही फसलों के मित्र कीट भी नष्ट होते है।
इस अवसर पर नीलोखेड़ी के एसडीएम कपिल शर्मा, हैफेड के डीएम उधम सिंह कांबोज, मंडी सचिव नरेश मान, खाद्य आपूर्ति विभाग के निरीक्षक राजकुमार, मंडी प्रधान शीशपाल गुप्ता, आढ़तियों एसोसिएशन के प्रधान रामफल लाठर सहित अन्य आढ़ती व किसान मौजूद रहे।