करनाल/कीर्ति कथूरिया : कल्पना चावला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में संस्थान के चिकित्सकों की राष्ट्रीय क्षय अन्मूलन कार्यक्रम में नवीनतम अप्डेट्स के विषय पर संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
संस्था के निदेशक डॉ० एम०के० गर्ग ने बताया की हम वर्ष 2025 के अपने क्षय रोग अन्मूलन के लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए माननीय प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी का उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने इस मौक़े पर
आश्वस्त किया कि हम सभी प्रकार की टी०बी० के लिए गुणवत्तापूर्ण, संवेदनशील निदान और उपचार की सुविधा समाज के हर व्यक्ति तक पहुँचाएँगे।
सभी मौजूदा चिकित्सकों से निदेशक महोदय ने आग्रह किया की हमें कम से कम
समय में अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचना होगा, और हम यह सभी स्तरों पर समुदाय के प्रभावी नियोजन और सरकार एवं भागीदारों दोनो, व्यक्तियों और एजेंसियों द्वारा उपचारात्मक कार्यवाई के माध्यम से जवाबदेही स्थापित
करके करेंगे।
संस्था के चिकित्सा अधीक्षक डॉ० विजय पाल ने कार्यक्रम में मौजूद सभी चिकित्सकों का स्वागत करते हुए कहा की की हम टी०बी० मुक्त भारत के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने दिशा में अग्रसर हैं एवं संस्थान के विभिन्न विभागों से उपस्थित कर्मचारियों को संस्थान में राष्ट्रीय क्षय अन्मूलन कार्यक्रम की सभी गतिविधियों में सक्रिय एवं अनुक्रियाशील रहने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला के आयोजk एवं राष्ट्रीय क्षय अन्मूलन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ० गौरव काम्बोज ने संस्था की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें वर्ष 2023 में 992 टी०बी० ग्रस्त मरीज़ों का इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि संस्था
में टी०बी० से सम्बंधित सभी निदान और उपचार की सुविधा एवं विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध हैं।
इस दौरान वर्ष 2024 में टी०बी० के संदर्भ में कार्य योजना पर भी चर्चा की गयी जिसमें अनुसंधान में बढ़ोतरी पर ज़ोर दिया गया। ज़िला टी०बी० अधिकारी डॉ० सिम्मी कपूर ने ज़िला करनाल में राष्ट्रीय क्षय अन्मूलन कार्यक्रम की कार्यान्वयन के बारे में अवगत कराया जिसकी सभी ने सराहना की एवं संस्थान द्वारा लोगों एवं टी०बी० मरीज़ों की सुविधा के लिए हर सम्भव प्रयास के लिए उन्हें आश्वस्त किया गया।
कार्यशाला में अतिथि वक्ता के रूप में आमंत्रित विश्व स्वास्थ्य संगठन के राष्ट्रीय क्षय अन्मूलन कार्यक्रम सलाहकार डॉ० निशांत ने कार्यक्रम में उपस्थित चिकित्सकों को राष्ट्रीय क्षय अन्मूलन कार्यक्रम से सम्बंधित नवीनतम अप्डेट्स एवं टी०बी० सम्बंधित बेहतर सुविधाओं के बारे में अवगत कराया।
कार्यशाला में वक्ता डॉ० आशीष आर्य ने एक्स्ट्रा पल्मनेरी टी०बी० सम्बंधित रोग-विज्ञान, निदान और उपचार के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी। इस उपलक्ष पर संस्थान की डीन (शैक्षणिक) डॉ० ज्योति सेठी की अगवायी में MBBSS छात्रों द्वारा एक TB मरीज़ के जीवन पर नाटक प्रस्तुति की। कार्यशाला से संस्थान के लगभग 70-80 चिकित्सक लाभान्वित हुए।
प्रतिस्पर्धा में डॉ० निवेश अग्ग्रावल, डॉ० अमनदीप सिंह, डॉ० राजेश गर्ग, डॉ०अभिनव डागर, डॉ०कपिल चिलाना, डॉ०अनुज गुप्ता, श्री रणदीप सिंह, श्री शुभम, व अन्य शामिल रहे।