करनाल: हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी अक्सदीप ललित कला संगठन करनाल की ओर से राष्ट्रीय स्तर की तीन दिवसीय पेंटिग कार्यशाला का आयोजन 5 जनवरी से 7 जनवरी 2018 तक द मिलेनियम स्कूल, करनाल में किया गया। इस कार्यशाला में विभिन्न राज्यों से लगभग 70 राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कलाकार भाग ले रहें हैं। कार्यशाला का आरम्भ 5 जनवरी सुबह 11 बजे किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एस.पी. चैहान, प्रधान, नव चेतना मंच, करनाल एवं सम्मानीय अतिथि के रूप में एवं संजय जोगाई प्रधानाचार्य द मिलेनियम स्कूल, करनाल। संस्था के संचालक सन्दीप पुजारा जी ने कहा कि इस कार्यशाला का आयोजन प्रसिद्ध कलाकार स्व. दीपक मज़ूमदार जी की याद में किया जाता है।
एस.पी. चैहान ने कहा कि इस तरह के आयोजन कला व कला के विकास के लिए बहुत सराहनीय है तथा भविष्य में इस तरह के सफल आयोजनों के लिए संस्था को शुभकामनाएं दी। उन्होनें कहा कि स्व. श्री दीपक मज़ूमदार के विचार, आचरण व लक्ष्य को संस्था के माध्यम से एक सामाजिक आंदोलन का रूप देना एक प्रशंसनीय कार्य है। स्व. श्री मज़ूमदार जी के प्रति यह एक सच्ची श्रद्धा का प्रतीक है। इस कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य कला के क्षेत्र का हरियाणा में विस्तार करना तथा युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करना है। इस कार्यशाला के आयोजन में इस संस्था के प्रधान श्री सन्दीप पुजारा, संस्था के सदस्यगण रूचिका, काजल, नवीन धानिया, अमरजीत कौर, प्रियंका, रोमी एवं अन्य सदस्यगणों का भी विशेष योगदान रहा।
श्री संदीप रावल जो कि 1983 में मुम्बई नगर में जन्में है और एक प्रतिभाशाली युवा कलाकार हैं। इन्होनें बहुत कम उम्र में ही कला के क्षेत्र में अनेक ऊँचाईयों को छुआ है। इन्हें 17 बार राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। यहां करनाल में इनकी यह 86वां सजीव कला प्रर्दशन था। ये अपने आप में एक अनोखे ऐसे ख्याति प्राप्त कलाकार है जिनके पास कोई भी कला की शैक्षणिक योग्यता न होते हुए भी इतने ऊँचे मुकाम को छुआ है। गुरमीत सिंह बाजवा जो कि पठानकोट से हैं, इन्होनें अपने जीवन के 17 वर्ष सेना को समर्पित करने के बाद भी कला के क्षेत्र में अद्भुत योगदान दिया है। इन्होनें 35 अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों में अपनी सहभागिता दिखाई है। इनकी कलाकृतियों को 2 बार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। इन्हें राज्य स्तर पर 1, राष्ट्रीय स्तर पर 5, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर 1 बार पुरस्कृत किया जा चुका हैं।