नगर निगम की ओर से स्थानीय पंचायत भवन में आयोजित एक खुशगवार कार्यक्रम में तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच इन संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सम्मान के रूप में प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्राप्त किए। मेयर रेनू बाला गुप्ता, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चन्द्र तथा आयुक्त नगर निगम डॉ. प्रियंका सोनी ने पुरस्कार वितरित किए।
गौर हो कि निगम द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के दृष्टिगत चालू मास दिसंबर के प्रारम्भ में इन संस्थाओं के बीच एक कम्पीटिशन करवाया गया था, जिसमें स्वच्छता से जुड़े भिन्न-भिन्न मापदंड रखे गए थे और नगर निगम द्वारा बनाई गई टीमों ने सभी संस्थाओं में जाकर मुल्यांकन किया। माक्र्स के आधार पर बेस्ट तीन का चुनाव किया गया। परिणामस्वरूप आज इन्हे सम्मानित किया गया।
सम्मानित किए जाने से पहले एस.बी.एम. के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चन्द्र ने उपस्थित प्रतिनिधियों व संस्थाओं से जुड़े सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मिशन के तहत गत महीनों में प्रदेश के सभी 22 जिलों का भ्रमण करने के बाद पाया कि करनाल में स्वच्छता को लेकर चलाई जा रही गतिविधियों सबसे ज्यादा और दमदार हैं। इसका श्रेय नगर निगम, प्रशासन और शहर की जागरूक जनता को जाता है। कोई भी मिशन या मुहिम जनता के सहयोग के बिना अपने मुकाम को हासिल नहीं कर सकती। उन्होने कहा कि देश में आज प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत मिशन नई ऊचांईयों को छू रहा है। हरियाणा में वर्तमान सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एस.बी.एम. की अपनी स्वतंत्र बॉडी बनाकर मिशन को नई दिशा दी और प्रदेश वासियों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया। अब हमें मिलकर मुख्यमंत्री के विश्वास एवं भरोसे को कायम रखते हुए प्रांत को देश का सबसे सुंदर और करनाल को सबसे स्वच्छ शहर बनाने का ईनाम पाने के लिए जागरूक रहना है। यह हम सबके लिए बड़े गौरव की बात होगी। उन्होने भिन्न-भिन्न संस्थाओं की आपसी प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में कहा कि इससे दूसरों को भी सबसे स्वच्छ संस्था का सम्मान हासिल करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
नगर निगम की महापौर श्रीमती रेनू बाला गुप्ता ने कहा कि आज पूरे मुल्क में स्वच्छता की ज्योत जगी है। हर व्यक्ति के मन में भाव है कि मेरा शहर, मेरा राज्य व मेरा देश सुंदर व स्वच्छ हो और यह भाव अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने से साकार होगा। उन्होने कहा कि स्मार्ट सिटी का दर्जा पाना अपने-आप में गर्व की बात है, लेकिन इस सम्मान को भविष्य में भी सुरक्षित रखा जाना चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित संस्थाओं के प्रतिनिधियों से उन्होने कहा कि आपका संबंध प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से नागरिकों से रहता है। आप बेस्ट अवार्ड प्राप्त करने के बाद और बेहतर तरीके से अपने सम्पर्क में आने वाली जनता को जागरूक कर सकते हैं। उन्होने याद दिलाया कि गत वर्ष हमारा शहर स्वच्छ सर्वेक्षण में सम्मानजनक स्थान पर था, लेकिन इस बार कम्पीटिशन टफ है। हमें तन और मन से अपने शहर की स्वच्छता मुहिम से जुडक़र सक्रिय भागीदारी रखनी होगी, ताकि हम नम्बर वन करनाल के लक्ष्य को हासिल कर सकें। उन्होने इस कार्यक्रम के माध्यम से नागरिकों का आह्वान किया कि जिस कदर हमारे वीर सैनिक देश की सीमाओं की रक्षा करने में अपना सर्वोच्च बलिदान तक दे देते हैं। हमारा भी कर्तव्य है कि हम अपने देश को अंदर से स्वच्छ व सुंदर रखें, प्रधानमंत्री जी का सपना साकार करें। प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण भी करें।
नगर निगम आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए निगम की ओर से अनेक गतिविधियां जारी हैं और अब स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 की प्रतिस्पर्धा में गतिविधियां चरम पर हैं। स्वच्छता को लेकर भिन्न-भिन्न संस्थाओं का कम्पीटिशन भी इन्ही में से एक हैं। उन्होने शहर के नागरिकों से अपील की कि वे गीले व सूखे कूड़े को अलग-अलग रखें, गंदगी को खूले में न फैंक कर अपने निकट के ही डस्टबीनों में डालें। उन्होने कहा कि सफाई करना अच्छी बात है, लेकिन पूर्ण स्वच्छता सफाई करने के साथ-साथ उसे बनाए रखने से होती है। उन्होने नागरिकों का यह भी आह्वान किया कि देशभक्ति की भावना के साथ-साथ अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए सदैव सहयोगरत रहें।
कार्यक्रम में निम्रलिखित संस्थाओं में से बेस्ट तीन के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। इसके तहत होटलों में सबसे स्वच्छ होटल नूर महल को प्रथम सम्मान दिया गया, जबकि होटल प्रेम प्लाजा द्वितीय तथा होटल विवान एंड रिसोर्ट्स को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
अस्पतालों की स्वच्छता प्रतिस्पर्धा में अमृतधारा अस्पताल ने प्रथम स्थान पर रहकर पुरस्कार लिया, जबकि सिग्नस अस्पताल द्वितीय व श्री हरी अस्पताल को तृतीय बेस्ट अस्पताल का स्थान दिया गया। मार्किट एसोसिएशन में रेलवे रोड़ मार्किट एसोसिएशन को पहला पुरस्कार मिला। कर्ण गेट मार्किट एसोसिएशन द्वितीय व नेहरू पैलेस मार्किट एसोसिएशन तृतीय पुरस्कार पाने की हकदार रही। इसी प्रकार रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन्स में सैक्टर-6 की एसोसिएशन अपने सैक्टर को सबसे स्वच्छ रखने के कम्पीटिशन में कामयाब होकर पहले स्थान पर रही और पुरस्कार ग्रहण किया। जबकि सैक्टर-13 की एसोसिएशन को द्वितीय पुरस्कार तथा सैक्टर-9 की आर.डब्ल्यू्.ए. को तृतीय पुरस्कार वितरित किया गया।
इसी प्रकार स्कूलों के कम्पीटिशन में राजकीय स्कूल, सरकारी सहायता प्राप्त, हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड से सम्बद्ध तथा सी.बी.एस.ई. से सम्बद्ध स्कूल यानि चार केटेगरी में अलग-अलग प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले स्कूलों को सम्मान किया गया। इसके तहत राजकीय स्कूलों में निगम एरिया में स्थित दाहा गांव के स्कूल को प्रथम पुरस्कार मिला। जबकि द्वितीय स्थान पर मंगलपूर गांव का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रहा है और एन.डी.आर.आई. स्थित राजकीय प्राईमरी स्कूल को तृतीय स्थान के लिए चुना गया है। सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में एस.डी. (ब्वायज़) वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सबसे स्वच्छ रहा और पुरस्कार अर्जित किया। जबकि डी.ए.वी. वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय द्वितीय और एस.डी. कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तृतीय स्थान पर रहकर पुरस्कार पाने में कामयाब रहा। बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन से सम्बद्ध स्कूलों में संत निक्का सिंह पब्लिक स्कूल को प्रथम पुरस्कार, संत निक्का सिंह स्कूल को द्वितीय तथा एस.पी. मिशन स्कूल करनाल को तृतीय पुरस्कार दिए गए। सी.बी.एस.ई. से एफीलिएटिड स्कूलों के सर्वे में पहले स्थान पर दिल्ली पब्लिक स्कूल रहा और उसे पुरस्कार दिया गया। हरियाणा पुलिस पब्लिक स्कूल द्वितीय स्थान पर और सेंट थेरेसा कॉन्वेंट स्कूल तृतीय स्थान पर रहे और पुरस्कार किए। स्वच्छता गतिविधियों में सक्रिय रहने वाले और ब्रांड एम्बेसडर को भी सम्मानित किया गया। टैगौर पब्लिक स्कूल को भी सम्मान के लिए उचित जानकर उनके कार्यक्रम में उपस्थित ना होने से उनकी शिक्षण संस्था में ही पुरस्कार पे्रषित किए जाने की घोषणा की।
पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मंच संचालन नगर निगम के ई.ओ. धीरज कुमार ने किया, जबकि निगम के डी.एम.सी. रोहताश बिशनोई ने कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में निगम के मुख्य अभियंता अनिल मेहता, निगम पार्षद शीला रानी, बलविन्द्र सिंह, विनोद तितोरिया, समाज सेवी बलबीर सिंह व भगवान दास अग्घी भी उपस्थित थे।
पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के बाद पंचायत भवन परिसर में स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 की जानकारी व लक्ष्य तथा नागरिकों के कर्तव्यों से जुड़ों सवालों को लेकर प्रदर्शित फ्लैक्स पर उपस्थित सभी ने अपने-अपने हस्ताक्षर कर प्रतिभागिता दर्ज की।