करनाल/भव्या नारंग: आरपीएस विद्यालय में गरीब महिलाओं को प्रोत्साहन देने हेतु आमंत्रित किया गया। भारत विकास परिषद की माधव शाखा करनाल ने इन गरीब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु सिलाई प्रशिक्षण देना, मेहंदी प्रशिक्षण के कार्यक्रम का आरंभ किया है। भारतीय विकास परिषद माधव शाखा करनाल की प्रेसिडेंट पायल चौधरी, सेक्रेटरी गौरी दत्ता, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर मंजू मित्तल जी तथा स्टेट कोऑर्डिनेटर सुचेता गुप्ता जी भी इस अवसर पर शामिल रही। इस कार्य को आरपीएस विद्यालय ने सराहा तथा इन गरीब महिलाओं तथा लड़कियों को प्रोत्साहित करने हेतु विद्यालय में आमंत्रण दिया गया जिसमें इन्हें कंबल वितरित किए गए। इस कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्रधानाचार्य रूपा गोसाई जी ने विद्यालय के कुछ मेधावी विद्यार्थियों के माता-पिता के द्वारा करवाया।
आईपीएस विद्यालय में अभिभावक एक परिवार की तरह है, इसलिए माता-पिता को नवरात्रि के शुभ अवसर पर सम्मान देने के लिए आमंत्रित किया गया और जिन महिलाओं को कंबल वितरित किए जा रहे हैं वह भी एक सहयोगात्मक सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है । यह लड़कियां भी देवी के समान पूजनीय तथा आदरणीय है। इसी अंतर्निहित विचार पर आरपीएस की स्थापना की गई है । विद्यालय में इन गरीब महिलाओं, परिषद के सदस्यों तथा अभिभावकों के लिए चाय तथा नाश्ते का प्रबंध किया गया । सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों ने विद्यालय के इस कार्य को बहुत सराहा तथा अभिभावक अपने बच्चों की प्रगति को लेकर भी बहुत ज्यादा खुश थे आरपीएस के इस अनुकूल वातावरण से वे बहुत खुश है कई लोगों ने प्रधानाचार्या रूपा गोसाई के नेतृत्व के बारे में बताया कि उनके नेतृत्व में किस तरह स्कूल अच्छा कार्य कर रहा है उन्होंने मनीष राव जी और डॉ पवित्रा राव के बारे में भी बताया कि कैसे आरपीएस प्रबंधन इतना अच्छा कार्य कर रहा है। अंत में प्रधानाचार्या रूपा गोसाई जी ने वहां उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए बताया की आरपीएस विद्यालय बहुत सारे प्रोत्साहन से बना है और वह है बाबूजी का प्रोत्साहन उन्हीं की छत्रछाया में मनीष राव जी और पवित्रा राव जी इस धरती के साथ जुड़े हैं और आरपीएस को आसमान की ऊंचाइयों तक लेकर गए हैं आरपीएस में बच्चों की बुनियाद बनाई जाती है। आरपीएस की नीव बहुत पक्की है यहां पर बच्चों को ऊंचा उठाने की भावना एवं प्रयास है ।