November 17, 2024

करनाल/भव्या नारंग: जिसने आसमां को छूने का सोच लिया वो सपने पूरे करके ही दम लेता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है करनाल के गांव चोरपुरा में जन्मी और यमुनानगर के गांव रामपुर माजरा की बहू मीना कांबोज ने। मीना कांबोज राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मॉडल टाउन,पानीपत में संस्कृत अध्यापिका के पद पर कार्यरत है। 23 वर्षो की अलग-अलग क्षेत्रों मे सेवा व कड़ी मेहनत के बाद 5 सितंबर को चण्डीगढ़ में हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रे शिक्षिका मीना कांबोज को हरियाणा शिक्षा विभाग का सर्वोच्च पुरस्कार राज्य शिक्षक पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे।

मीना कांबोज ने शिक्षिका के रूप मे अपनी यात्रा राजकीय मिडल स्कूल, गांव दुबेहटा, जिला सोनीपत से शुरू की। कुछ समय बाद इनका स्थानांतरण राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, गांव काबड़ी, जिला पानीपत मे हो गया। वर्तमान मे शिक्षिका राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मॉडल टाउन, पानीपत में संस्कृत अध्यापिका के पद पर कार्यरत है। इस के साथ-साथ वह जिला संगठन आयुक्त, भारत स्काऊट एवं गाइड पानीपत, जिला समन्वयक, रेड क्रॉस सोसाइटी व प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ता, सेंट जॉन एंबुलेंस पानीपत के तौर पर भी कार्य कर रही है। इन्होंने अपने विषय को पढ़ाने के लिए बहुत से रोचक तरीके प्रयोग में लाए। इनके द्वारा पढ़ाए गए छात्र व छात्राओं का बोर्ड व मिडल का परिणाम शत् प्रतिशत रहा है।

कोरोना महामारी के कठिन परिस्थितियों के दौरान भी इन्होंने जगह-जगह लोगों को सैनिटाइजर, मास्क और प्रवासी मजदूरों को व झुग्गी झोपडिय़ों में जाकर राशन वितरित किया। अपने कार्यकाल मे इन्होंने विद्यालय में पानी की टंकी, शौचालय, इंटर लॉकिंग टाइल, सोलर लाइट आदि विभिन्न संस्थाओ के सहयोग से बनवाए व लगवाए। पर्यावरण को शुद्ध व स्वच्छ करने के लिए समय-समय पर अलग-अलग स्थानों पर पेड़- पौधे लगाए व सफाई अभियान भी चलाया। शिक्षिका ने स्वयं भी बहुत बार रक्त दान किया व समय समय पर रक्त दान शिविर का आयोजन भी किया। लोगो को अलग अलग विषयों के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में रैली निकाली। गणतंत्र दिवस समारोह हो स्वतंत्रता दिवस समारोह हो गीता जयंती महोत्सव या कोई और सांस्कृतिक कार्यक्रम ,शिक्षिका ने अपनी उपस्थिति के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी इनमे भाग दिलवाया व स्थान भी प्राप्त किये। शिक्षिका जिले व विद्यालय के बच्चो को अनेक क्षेत्रों मे लंबी यात्राएं करवा चुकी है। जूनियर रेड क्रॉस की ओर से आयोजित कैंप मे 2010 से लेकर अब तक श्रेष्ठ टीम अवार्ड एवं 6 बार महामहीम राज्यपाल से श्रेष्ठ काउंसेलोर अवार्ड प्राप्त किये है। शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम  में  राज्य स्तर पर छात्राओं को प्रतियोगिता मे भाग दिलाया है। भारत स्काऊट एवं गाइड मे 200 से अधिक विधार्थियो को राज्य पुरस्कार प्राप्त करने मे सहयोग किया है। 12000 से अधिक आमजन, कर्मचारी व विद्यार्थियो को प्राथमिक चिकित्सा एवं होम नर्सिंग का प्रशिक्षण दिया है। इनकी कर्मठता इस बात से भी सिद्ध होती है की ये एक साथ विभिन्न संस्थाओ, ग्रुप व संगठनो से जुड़ी हुई है। विद्यालय स्तर से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक के कैंप व प्रतियोगिताओं में इनके द्वारा लेजाए गए छात्र व छात्राओं ने अपना दम खम दिखाया है। इस अवार्ड के मिलने का श्रेय शिक्षिका अपने माता पिता, भाई बहन, ससुराल जन, अधिकारी गण, सहकर्मी, मित्रजनों व विद्यार्थियो को मानती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.