इन्द्री/करनाल/कीर्ति कथूरिया : खंड कृषि अधिकारी डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि सरकार की हिदायतों अनुसार कोई भी किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई न करें। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग की ओर से समय से पहले धान की रोपाई करने में पूर्णत : प्रतिबंध लगाया हुआ है। यदि कोई किसान समय से पहले धान की रोपाई करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में खंड इन्द्री के अंतर्गत आने वाले गांवों के कई किसानों को कृषि विभाग की ओर समय से पहले धान की अगेती रोपाई को नष्टï करने बारे नोटिस दिया गया। जिन किसानों ने समय से पहले धान की फसल की रोपाई की है, वे किसान तीन दिन के अंदर-अंदर अगेती धान की रोपाई को नष्टï कर दें। नोटिस के उपरांत जिन किसानों ने विभाग के आदेशों की पालना नहीं की, उन किसानों के खेतों में मौके पर पंहुचकर टैक्ट्रर एवं हैरो द्वारा समय से पहले रोपी गई धान की फसल को नष्टï किया गया।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे समय से पहले धान की रोपाई न करें और यदि कोई किसान समय से पहले धान की रोपाई करेंगा, कृषि विभाग की ओर से उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
खंड कृषि अधिकारी डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि अगर किसान धान की सीधी बिजाई करते है तो वे न केवल आगामी फसल की बेहतर उपज ले सकते है, साथ ही जमीन के स्वास्थ्य को गिरने से बचाया जा सकता है। सीधी बिजाई कर अन्य कई तरह की समस्याओं से छुटकारा पा सकते है,क्योंकि धान की सीधी बिजाई से भी भरपूर उत्पादन मिलता है और इससे पैसे व पानी की बचत होती है और बीमारी भी कम लगती है।
उन्होंने बताया कि धान उगाने के लिए किसान रोपाई को प्राथमिकता देते है। पानी की ज्यादा मात्रा का प्रयोग होने से लगातार जल स्तर घटता जा रहा है। धान की सीधी बिजाई होने पर 20-30 फीसदी जल की बचत होगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा धान की सीधी बिजाई करने पर किसान को 4 हजार रूपये प्रति एकड की दर से अनुदान भी उपलब्ध करवाया जाता है।