November 14, 2024

करनाल (भव्य नागपाल): देश की जानी मानी मोबाईल ऐप चैम्पकैश बनाने वाले करनाल के महेश वर्मा की बुधवार को मौत हो गई। महेश 40 दिन से डेंगु से पीड़ित थे और दिल्ली के निजी हस्पताल में भर्ती थे। कुछ दिन करनाल के अम्रतधारा हस्पताल में भर्ती रहने के बाद महेश को गुरूग्राम के मेदान्ता हस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद वह दिल्ली के मैक्स हस्पताल में शिफ्ट कर दिए गए जहाँ उन्होंने दम तोड़ दिया। महेश वर्मा का जन्म 1986 में हरियाणा के करनाल मे हुआ था। उन्होने 1 मई 2015 चैम्पकैश के नाम से कम्पनी खोली जिसमें 2017 तक करीब 1.75 करोड लोग जुडे और अच्छी इनकम हासिल करने लगे।

चैम्पकैश परिवार के मुताबिक महेश वर्मा देश के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होने भारतियों को फ्री मे MLM करना सिखाया और 1.75 करोड लोगों को फ्री मे रोजगार दिया। हम आपको बता दें कि करनाल के सैक्टर 14 के रहने वाले महेश वर्मा चैम्पकैश नेटवर्कस के एम.डी. थे।

साथ ही इसी कंपनी द्वारा बनाई गई ऐप, चैम्पकैश- डिजिटल इंडियो ऐप को गूगल पले स्टोर से दस लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है। यहाँ से रोजगार पाने वाले चैम्पकैश परिवार से जुड़े लाखों परिवारों ने अफ़सोस जताया है। महेश वर्मा का संस्कार वीरवार को करनाल के अर्जुन गेट स्तिथ शिवपुरी में हज़ारों लोगों की उपस्तिथि में किया गया।

सीएम सिटी करनाल में डेंगू का कहर रुकने का नाम नही ले रहा है, डेंगू के मामले घटने  की बजाए उल्टा मामलो में बढोतरी हो रही है जिससे स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहे है, हर बार की तरह स्वास्थ्य विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे है, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अब तक डेंगू के 400 सेम्पलो को जाच के लिए लिया गए था जिसमे से 87 मामले पोजिटिव पाए गए, डेंगू के 87 मामलो की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है

और वही स्वास्थ्य विभाग दो निजी हस्पतालो सहित एक टेस्ट लेब को नोटिस दे चूका है जो मरीजो को डेंगू बताते थे लेकिन उसकी जानकारी व उसकी रिपोट सवास्थ्य विभाग को नही देते थे और मरीजो से ज्यादा पैसे वसूल करते थे ! हर साल डेंगू का कहर सैकड़ो लोगो को अपनी चपेट में लेता है और ना जाने कितने लोगो की डेंगू के कहर से लोगो की मृत्यु होती है और स्वास्थ्य विभाग तो बस दावे करता है।

हालाँकि यह सिर्फ सरकारी हस्पताल में आये हुए डेंगू के मामलों के आंकड़े है निजी हस्पतालों में भी हजारों की संख्या में डेंगू के मामले आ रहे है लेकिन करनाल में कहीं भी जिला प्रशाशन की तरफ से अभी तक फोगिंग नहीं करवाई जा रही है।

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