करनाल: कहते हैं कि जब इंसान सच्चे मन से कुछ भी कर लेने का सच्चा इरादा कर लेता है तो पूरी कायनात उसका साथ देने के लिए आतुर हो जाती है। वो जहां भी जाता है जीवन में सफलताएं उसका तहे दिल से एहतेराम करती हैं। वो चाहे खेल का मैदान हो या फिर कॉलेज के प्रधान पद का चुनावी दंगल, या फिर प्रशासनिक सेवा का सफर, हर जगह उनके मस्तक पर ताज होता है।
हम बात कर रहे हैं करनाल इन्कम टैक्स कमिश्नर अपील से प्रिसिंपल कमिश्नर प्रमोट हुए देंवेंद्र कल्याण की। वे प्रमोट हो गए हैं लेकिन अभी उनकी आगामी पोस्टिंग के ऑर्डर नहीं आए हैं। हां उन्हें बधाइयां देने वालों का सिलसिला अपने आप ही उनके व्यवहार व जमीन से जुड़े रिश्तों की कहानी बयां कर रहा है।
प्रिंसिपल कमिश्रर इन्कम टैक्स देवेंद्र कल्याण की सफलता के पीछे उनकी मेहनत व लगन तो है ही, साथ ही नई पीढ़ी को प्रेरणा देने वाली उनकी कुछ ऐसी आदते हैं जो उन्हें दूसरों से अलग करती हैं। मसलन , वे हर काम को पूरी मेहनत, शिद्दत व ईमानदारी से करते हैं। उन्हें तीसरी कक्षा से समाचार पत्र पढ़ने की ऐसी आदत पड़ी जो आज तक नहीं छूटी और हर परीक्षा में यही उनकी सफलता का गहरा राज था।
उनके स्वर्गीय पिता चौधरी देवी सिंह कल्याण और माता श्रीमति प्रेम कल्याण ने उन्हें हमेशा सिविल सर्विसेज के प्रति प्रेरित किया, माता पिता की प्रेरणा और आशीर्वाद के कारण वे आगे बढते चले गए। करनाल के कांवेंट स्कूल के बाद वे दिल्ली पब्लिक स्कूल दिल्ली में पढ़े और वहां डिस्कस थ्रो आल इंडिया स्कूल चेंपियन का खिताब अपने नाम किया, वे शॉटपुट के भी उम्दा खिलाड़ी हैं।
बाद में श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से 1985-86 में बीकॉम ऑनर्स के दौरान उन्हें बेस्ट ऑल राउंड स्टूडेंट घोषित किया गया। श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में वे स्टूडेंट यूनियन के प्रधान भी रहे। कल्याण को महिला सशक्तिकरण और स्किल डिवलेपमेंट के क्षेत्र में कार्य करने के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने एमबीए मैनेजमेंट डिवलपमेंट इस्टीटयूट गुड़गांव से की। सन 1988 में वे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बैंक ऑफिसर के रूप में नियुक्त हुए। वे सन 1990 बैच के आईआरएस हैं। प्रशिक्षण के बाद 1992 में वे नियुक्त हुए और सन 2001 तक उन्होंने कई स्तरों पर कार्य किया।
सन 2001 में वे प्रमोट होकर फरीदाबाद, गुड़गांव,हिसार व पंचकूला में बतौर एडिशनल कमिशनर के रूप में कार्यरत रहने के साथ साथ डिपार्टमेंट के कंप्यूराइजेशन में भी इन्वोलव रहे। सन 2012 में देवेंद्र कल्याण प्रमोट होकर अहमदाबाद कमिशनर नियुक्त हुए, इसके बाद वे गुड़गांव में कार्यरत रहे।
सन 2020 में उन्होंने करनाल में इन्कम टैक्स कमिशनर अपील के रूप में ज्वाइन किया और वर्तमान समय तक उनके पास लुधियाना का भी अतिरिक्त चार्ज रहा। उनके परिवार में पत्नि डा. सुनीता कल्याण, बेटा तुषार और बेटी तनिशा हैं। कल्याण मानवीय सरोकारों में गहरे से यकीन करते हैं।