करनाल समेत प्रदेश की विभिन्न मंडियों में सरकारी एजेंसियों द्वारा किसानों के खरीदे गए धान का अभी तक नहीं हुआ भुगतान ,समय पर भुगतान नही होने से किसान हुए काफी परेशान, किसानों की समस्या को लेकर एसडीएम आयुष सिन्हा ने कहा पोटल में जो दिकते थी उसे दूर कर दिया गया है ! उच्च अधिकारियों के संज्ञान में भी किसानों की समस्या को डाला गया है , उम्मीद है जल्द ही किसानों की पेमेंट की समस्या का समाधान हो जाएगा !
केंद्र सरकार द्वारा किसान कृषि बिलो को लागू करने के बाद हरियाणा में किसानों के विरोध के चलते इस बार हरियाणा में सरकार ने 10 दिन पहले ही मंडियों में धान की खरीद को शुरू करने का फैसला लें लिया था , मंडियों में बिना तैयारी के सरकार के इस फैसले का खामियाजा किसान ,आढ़तियों, को भुगतना पड़ा, कई दिनों तक किसानों की धान की फसल को खरीदने के लिए कोई भी सरकारी एजेंसी मंडियों में नही पहुँची, आखिरकार किसानों व आढ़तियों के विरोध प्रदर्शन करने के बाद किसानों की फसल की खरीदा को शुरू किया गया , लेकिन अब पिछले एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आज तक किसानों को उनकी फसल का भुगतान नही मिला, जिससे किसान काफी परेशान नजर दिखाई दे रहे है तो वही भुगतान नही होने से आढ़ती भी परेशान है !
गौरतलब है कि ई-खरीद पोर्टल पर पेमेंट का आप्शन नहीं है , जिसके चलते एजेंसियां द्वारा खरीदी गई पीआर धान की पेमेंट किसानों को नहीं कर पा रहे है ! हैफेड ,वेयर हाउस और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अब तक जिन किसानों से धान खरीदी है ! उन्हें अब तक भुगतान नहीं किया है , पोर्टल पर पेमेंट का आप्शन डाले जाने के बाद ही भुगतान होगा ! हरियाणा सरकार ने दावा किया था कि किसानों की फसल खरीदने के बाद 72 घंटे के अंदर किसानों की पेमेंट होगी, मगर 26 सितंबर को बिकी धान की पेमेंट भी अब तक नहीं हुई है ! परेशान किसानो ने कहा 10 दिन पहले मंडी में धान की फसल को बेचा था लेकिन अब तक हमारी पेमेंट नही हुई , किसान एक फसल बेचकर अगली फसल की तैयारी करता है। उसी राशि से अपना कर्ज चुकता है। भुगतान में देरी होने से किसान पर दोहरी मार पड़ रही है। पैसे के अभाव में कई जरूरी काम अटके हैं !
करनाल में एक भी एजेंसी की पेमेंट किसी भी आढ़ती और किसानों के खाते में नहीं आई है। अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन करनाल के प्रधान रजनीश चौधरी ने कहा 72 घंटे में खरीद एजेंसियों ने मंडियों से धान खरीदने के बाद भुगतान करने की बात कही थी, लेकिन आज तक एक भी एजेंसी की पेमेंट किसी भी आढ़ती और किसानों के खाते में नहीं आई है। आढ़तियों का कहना है कि धान खरीदने के बाद जे फार्म कट चुका है। मार्केट कमेटी और एजेंसियों के खाते में रिकार्ड चढ़ गया है तो भुगतान क्यों नहीं हो रहा है। करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा से जब किसानों की समस्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा जो पेमेंट की समस्या है वह उम्मीद है कल तक ठीक हो जाएगी और एजेंसियों ने सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है और इस पूरे मामले को उन्होंने चंडीगढ़ पंचकूला तक पहुंचा दिया गया है। लेकिन देखना ये होगा आखिर किसानों की समस्या का समाधान कब होगा , पहले सरकार का 72 घण्टे में किसानों को उनकी फसल का भुगतान करने का वादा ठंडे बस्ते में पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। अब जिला प्रशासन भी जल्द ही किसानों के भुगतान की बात कर रहा है !