- स्मार्ट सिटी में शामिल परियोजनाओं को लगेेंगे पंख,
- नए जमाने की तकनीक पर आधारित विकास कार्यों से शहर की बदलेगी सूरत,
- जनता की मिलेगी सहूलतें,
- परियोजनाओं पर काम शुरू करने के लिए उपायुक्त व करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ निशांत कुमार यादव ने बैठक कर अधिकारियों के साथ की चर्चा, दिए निर्देश।
स्मार्ट सिटी में शामिल परियोजनाओं को अब पंख लगेंगे। सूचना प्रोद्योगिकी और नए जमाने की सुविधाओं पर आधारित विकास कार्यों से शहर बदला-बदला नजर आएगा और जनता को सहूलतों के साथ-साथ उनके समय की भी बचत होगी। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए रूपांतरित दर्जनों परियोजनाओं पर प्राथमिकताएं तय करके बारी-बारी काम शुरू होगा।
इन्हीं में से कुछ परियोजनाओं को जल्द शुरू करने के लिए उपायुक्त व नगर निगम आयुक्त तथा करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निशांत कुमार यादव ने सोमवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में, स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट मेनेजमेंट कंसल्टेंट प्रवीन झा और उनकी टीम तथा नगर निगम के अधिकारियों के साथ चर्चा कर काम को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि स्मार्ट शहरों का कार्यक्रम भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, इसका उद्ïदेश्य शहरों को अधिक कुशल और जीवंत बनाकर देश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। स्मार्ट सिटी के तहत करनाल में ए.बी.डी. यानि क्षेत्र आधारित विकास परियोजनाएं तथा पैन सिटी के तहत स्मार्ट समाधानो का इस्तेमाल करके मौजूदा शहरव्यापी बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करना है।
आज की बैठक में उन्होंने पहले स्मार्ट वाटर सप्लाई और फिर शहर के पार्कों में ओपन एयर जिम तथा मेडीटेशन क्षेत्र स्थापित कर वैलनेस टे्रल यानि कल्याण पथ का मार्ग प्रशस्त करन पर चर्चा की।
स्मार्ट वाटर सप्लाई- बैठक में स्मार्ट जलापूर्ति प्रोजेक्ट को लेकर उपायुक्त ने बताया कि जल नेटवर्क और 112 नलकूपों के लिए स्काडा अर्थात पर्यवेक्षी नियंत्रण और डाटा अधिग्रहण स्थापित किया जाना है। इससे जल लाईनो में रिसाव का पता लगाया जाएगा। पानी की गुणवत्ता का विश्लेषण करने के लिए आई.सी.सी.सी. यानि एकीकृत जल कमान और नियंत्रण केन्द्र बनेगा।
उन्होंने बताया कि इसमें जल प्रवाह नियंत्रण के लिए 200 वाल्व लगाए जाएंगे। इसी प्रकार जल प्रवाह के रिमोटरी कंट्रोल के लिए 300 पैनल लगाने के साथ-साथ 10 जल स्तर मापक यंत्र भी लगाए जाएंगे। स्मार्ट वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट में जी.आई.एस. उपयोगिता मैपिंग के अतिरिक्त क्षतिग्रस्त पाईप नेटवर्क का प्रतिस्थापन होगा।
पार्कों में ओपन एयर जिम व ध्यान केन्द्र स्थापित करना- प्राथमिकताओं में शामिल इस प्रोजेक्ट पर चर्चा के दौरान उपायुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत एक समान सतह विकसित करने के लिए चिन्हित किए गए पार्कों में प्लेन सीमेंट कंक्रीट (पी.सी.सी.) से बेस तैयार कर तथा उस पर टाईलें लगाकर ओपन एयर जिम और ध्यान केन्द्र विकसित किए जाएंगे और उनके ऊपर ओपर एयर जिम यानि खुली व्यायाम शालाओं के उपकरण फिट किए जाएंगे।
पार्कों के चारों ओर मौजूदा पैदल पथ को पी.सी.सी. और पेवर ब्लॉक से तैयार कर पैदल चलने वाले रास्तों को जोड़ा जाएगा। डिजाईन के अनुसार पैदल रास्तों के किनारों पर लैंडस्केपिंग यानि भूनिर्माण के कार्य होंगे। डिजाईन के अनुसार ही खम्बों पर सोलर एल.ई.डी. लाईट लगाई जाएगी। जबकि नागरिकों के लिए पर्याप्त संख्या में सूचनात्मक संकेत पट्ïट लगेंगे।
उपायुक्त के अनुसार ए.बी.डी. एरिया में तीन पार्कों में इस प्रोजेक्ट पर काम होगा, जबकि पैन सिटी एरिया के 74 पार्कों में ओपन एयर जिम के उपकरण लगाए जाएंगे। नगर निगम तथा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की जगहों पर स्थापित इन कार्यों पर करोड़ो रूपये की राशि खर्च होगी।
नगर निगम के इन क्षेत्रो में बनेंगे पार्क और ध्यान केन्द्र- सैक्टर-6 के 9 पार्कों में, सैक्टर-7 के 7 पार्क, सैक्टर-8 के 5, सैक्टर-9 के 8, सैक्टर-13 के 4, मॉडल टाऊन के 3 तथा प्रेम नगर के 4 पार्कों सहित 40 पार्कों में उपरोक्त कार्य होंगे।
इसी प्रकार हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सैक्टर-32 के 7 पार्क, सैक्टर-33 के 2, सैक्टर-5 के 8, सैक्टर-4 पार्ट-1 के 2, सैक्टर-4 पार्ट 2 के 8, सैक्टर-16 के 2 तथा सैक्टर-12 के 1 यानि 34 पार्कों में उपरोक्त कार्य करवाए जाएंगे।
दोनो विभागों के कुल 74 पार्कों में ओपन एयर जिम व मेडीटेशन केन्द्र स्थापित किए जाएंगे। बैठक में चर्चा के दौरान उपायुक्त व करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ निशांत कुमार यादव ने अधिकारियों से कहा कि चालू मास में ही कुछ प्रोजेक्ट्ïस को लेकर टैण्डर लगाने की प्रक्रिया आज से ही शुरू कर दें।
उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनो में दोबारा बैठक कर किए गए कार्यों की रिपोर्ट लेंगे। बैठक में नगर निगम के मुख्य अभियंता रामजी लाल, एक्सईएन सौरभ गुप्ता व एस.पी. ठकराल तथा एच.एस.वी.पी. के कार्यकारी अभियंता धर्मवीर भी उपस्थित रहे।