- पंडित दीन दयाल उपाध्याय आर्युविज्ञान विश्वविद्यालय कुटेल में 750 करोड़ रूपये की लागत से सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल, लाईबे्ररी, प्रशासनिक विंग व होस्टल पर कार्य प्रगति पर
- 22 महीने में सभी कार्य होंगे पूरे, फिजियोथेरेपी व नर्सिंग की कक्षाएं शुरू होंगी इसी शिक्षण सत्र में : उपायुक्त निशांत कुमार यादव।
- उपायुक्त ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय आर्युविज्ञान विश्वविद्यालय कुटेल में चल रहे निर्माण कार्य का किया निरीक्षण,
- निर्माण कार्य कम्पनी को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
घरौंडा/करनाल 30 अप्रैल, उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय आर्युविज्ञान विश्वद्यालय कुटेल में करीब 750 करोड़ रूपये की लागत से प्रथम चरण में लाईब्रेरी, प्रशासनिक विंग व 750 बैड का सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल बनाया जा रहा है और यह आने वाले 22 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही इस विश्वविद्यालय में इसी शिक्षा सत्र में फिजियोथेरेपी और नर्सिंग की कक्षाएं भी लगनी आरम्भ हो जाएगी। अब यह कक्षाएं कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में लगाई जा रही है।
उपायुक्त वीरवार को पंडित दीन दयाल उपाध्याय आर्युविज्ञान विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने विश्वविद्यालय में चल रहे विकास कार्यो की गहनता से जांच की और संबंधित अधिकारियों व निर्माण कार्य करवा रही कम्पनियों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि वह इस कार्य में तत्परता बरते ताकि समय से इस कार्य को पूरा किया जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के कारण करीब एक महीने निर्माण कार्य बंद रहा है। इस समय को पूरा करने के लिए दिन रात कार्य करें और निर्माण कार्य में लगे कारीगरों को कोविड-19 के तहत फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क देने तथा सेनेटाईजिंग करने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त ने बताया कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय आर्युविज्ञान विश्वविद्यालय कुटेल में करीब 143 एकड़ में बनाया जा रहा है। पहले ही इसकी चारदीवारी करवा दी गई थी और फिजियोथेरेपी और नर्सिंग की कक्षाओं के लिए भी भवन गत वर्ष से बनकर तैयार है। इन कक्षाओं को इस वर्ष शिक्षा सत्र में चालू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय के नक्शे के अनुसार जीटी रोड़ से रास्ता बनाया जाएगा, किसानों से बात की गई है।
अब इस विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य लगातार जारी रहेगा। उन्होंने निर्माण कार्य में लगी कम्पनी के प्रतिनिधियों से कहा कि अपने कारीगरों व मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच समय-समय पर करवाएं। यदि कोई दिक्कत है तो उसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दें।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कंट्रोलर ऑफ फाईनेंस ओमबीर राणा ने बताया कि लाईबे्ररी, प्रशासनिक विंग, होस्टल और अधिकारियों व कर्मचारियों के निवास व अन्य शिक्षण संस्थानों के भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त इसी परिसर में 750 बैड का सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल भी बनाया जा रहा है।