करनाल कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कोविड-19 के खिलाफ जंग लडऩे वाले डॉक्टरों, नर्सों, पैरामैडिकल स्टॉफ तथा सफाई कर्मियों की कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए डिस्इन्फैक्शन एंड सैनीटाईजेशन टनल की शुरूआत हो चुकी है। अब मैडिकल कॉलेज में इमरजेंसी के रास्ते अंदर जाने से पहले हर किसी को इस टनल से गुजरना होगा और प्रवेश करते ही वह सेंसर युक्त ऑटोमेटिक सिस्टम से स्वयं सैनीटाईज हो जाएगा।
रविवार को उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मैडिकल कॉलेज पहुंचकर डिस्इन्फैक्शन एंड सैनीटाईजेशन टनल का निरीक्षण किया और इसके बारे विस्तार से बताते हुए कहा कि कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज को सरकार के निर्देशानुसार कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है। मैडिकल कॉलेज में प्रवेश से पहले प्रत्येक को सैनीटाईज किया जाए, इसी को ध्यान में रखते हुए सैनीटाईजेशन टनल की व्यवस्था की गई है।
इससे यहां आने वाले संदिग्ध मरीजों को पहले ही सैनीटाईज कर दिया जाएगा तथा अस्पताल से सम्बंधित सभी डॉक्टर, नर्स, पैरामैडिकल स्टॉफ तथा सफाई कर्मचारी भी सैनीटाईज होंगे और कोविड-19 अस्पताल के अंदर जाने वाले प्रत्येक के शरीर व कपड़ो सहित अन्य सामान की ऊपरी सतह पर कोरोना वायरस का इन्फैक्शन होगा, वह इसी टनल में सैनीटाईज हो जाएगा।
सैनीटाईजेशन टनल की तकनीकी जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि इस टनल में 12 नोज़ल पाईप फिक्स की हुई हैं, जो 500 लीटर के टैंक के साथ जुड़ी हैं, जिसमें हर वक्त सैनीटाईजर भरा रहेगा। सैनीटाईज़र की लिफ्टिंग के लिए पम्प की व्यवस्था की गई है, जो 12 नोजल पाईपों तक सैनीटाईजर की सप्लाई करेगा और टनल में सेंसर की भी व्यवस्था की गई है, जो किसी व्यक्ति के प्रवेश करने पर पम्प सहित पूरे सिस्टम को आटोमेटिक ऑन कर देगा और व्यक्ति पर नोजल पाईपो के माध्यम से सैनीटाईजर का स्प्रे शुरू हो जाएगा, जोकि ऊपरी सतह से कोरोना वायरस के इन्फैक्शन को हटाने में मदद करेगा।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त अनिश कुमार यादव, एसीयूटी आयुष सिन्हा, निदेशक केसीजीएमसी डॉ. जगदीश चंद दुरेजा, डॉ. गौरव काम्बोज तथा पंचायती राज विभाग के अधीक्षण अभियंता रामफल सहित मैडिकल कॉलेज का चिकित्सक स्टाफ मौजूद रहा।